राजस्थान में एक महिला अधिकारी के आरोपों से सनसनी फैल गई है। आरएएस अधिकारी पूजा मीणा ने आईएएस पवन अरोड़ा पर सेक्स रैकेट चलाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने खुद को परेशान किए जाने के आरोप भी लगाए। पूजा मीणा ने रोते हुए राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी शांति धारीवाल के लिए कहा कि वे पवन अरोड़ा को संरक्षण देते हैं। आईएएस पवन अरोड़ा ने आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा कि पूजा मीणा की ओर से लगाए गए सभी आरोप असत्य, मनगढ़ंत और बेबुनियाद हैं।
मंत्री पर लगाया बचाने का आरोप
पूजा मीणा ने कहा कि हृदेश कुमार शर्मा पहले डायरेक्टर हैं डीएलबी का जिसने पवन अरोड़ा को प्रोटेक्शन दिया है। मीणा ने कहा कि उनकी जितनी भी चार्जशीट बनाई गई, फेक बनाई गई, कोई रिकाॅर्ड नहीं है। उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने और कोर्ट जाने की बात कहते हुए मंत्री पर भी आरोप जड़ेे। पूजा मीणा ने कहा, ‘बहुत दुर्भाग्य की बात है कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पवन अरोड़ा के साथ मिला हुआ है। क्योंकि यह पहले डीएलबी डायरेक्टर था। शांति धारीवाल जी ने भी अन्याय किया है। बदमाश लोगों को धारीवाल प्रोटेक्शन करते हैं। अच्छे अधिकारियों के साथ अन्याय होता है।’ बता दें, आईएएस पवन अरोड़ा डीएलबी के निदेशक रह चुके हैं। वर्तमान में राजस्थान हाऊसिंग बोर्ड के आयुक्त है।
‘7-8 साल से किया जा रहा परेशान’
झालावाड़ नगरपरिषद की आयुक्त पूजा मीणा ने आरोप लगाया कि मंत्री शांति धारीवाल के संरक्षण की वजह से पवन अरोड़ा परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह आईएएस अधिकारी पिछले सात-आठ सालों से मेरा हरसमेंट कर रहा है। अभी भी पवन अरोड़ा ने डीएलबी डायरेक्टर से कहकर मुझे एपीओ करा दिया।’ बता दें, जनवरी को नगर परिषद झालावाड़ में आयुक्त पद से पूजा मीणा का तबादला नागौर नगर परिषद में आयुक्त के पद पर कर दिया गया। फिर उसी दिन आदेश में संशोधन कर उन्हें नई पदस्थापना के आदेशों की प्रतीक्षा में रखते हुए निदेशालय में भेज दिया गया। हालांकि, 10 जनवरी को एक और नया तबादला आदेश निकाल कर उन्हें जयपुर हैरिटेज नगर निगम में उपायुक्त पद पर पोस्टिंग दे दी गई।