कांग्रेश शासित राज्य राजस्थान में छह महीने की कथित खामोशी के बाद राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को अपने ही मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि वह पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में कथित तौर पर हुए ‘भ्रष्टाचार’ की फाइलों पर कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। इन मामलों पर कार्रवाई की मांग करते हुए पायलट ने 11 अप्रैल को एक दिन का धरना देने का भी ऐलान किया है।
परेशानी में कांग्रेस आलाकमान:
लंबे समय से मुख्यमंत्री पद की लालसा रखने वाले पायलट के ताजा अटैक ने कांग्रेस आलाकमान को परेशानी में डाल दिया है। पार्टी पहले से ही राहुल गांधी की अयोग्यता और अडाणी प्रकरण में केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी के साथ लड़ाई लड़ रही है। अब ऐसे नाजुक मौके पर सचिन के दांव को पंजाब के नवजोत सिंह सिद्धू प्रकरण से जोड़कर देखा जाने लगा है।
फरवरी 2022 में जब पंजाब विधानसभा के लिए चुनाव हुए तो राज्य से कांग्रेस की विदाई हो गई और वहां नई आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई। 117 सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा में कांग्रेस सिर्फ 18 सीटें ही जीत सकीं। चुनावों में सबसे ज्यादा कांग्रेस के 33 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थीं और 59 सीटें गंवानी पड़ी थी। राजस्थान में इस साल के दिसंबर तक विधानसभा चुनाव होने हैं।