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नहर बंदी : 40 दिन कायलाना-तखत सागर में नहीं आएगा पानी, जलाशयों में 18 दिन का पानी स्टोर किया

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  • इंदिरा गांधी नहर के पंजाब और राजस्थान के हिस्से में मरम्मत के चलते 60 दिन की नहर बंदी शुरू
  • जोधपुर शहर में फिलहाल जलसंकट के आसार नहीं
    जोधपुर।
    इंदिरा गांधी नहर के पंजाब और राजस्थान से गुजरने वाली नहर की मरम्मत के चलते नहर बंदी शुरू हो गई है। इसके चलते कायलाना-तखत सागर में 40 दिन तक पानी नहीं आएगा, लेकिन तब तक जोधपुर में पेयजल संकट उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए नहर और कैनाल पॉन्डिंग के अलावा शहर के कायलाना और तखत सागर में 18 दिन का पानी स्टोर किया गया है। यानि, फिलहाल, जोधपुर में पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना नहीं रहेगी।
    उल्लेखनीय है कि पूर्व में इंदिरा गांधी नहर बंदी को 70 दिन तक करने की कोशिशें चल रही थी, लेकिन भीषण गर्मी और इसके चलते पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न नहीं हो, इसीलिए इस अवधि को 10 दिन कम कर दिया गया। गौरतलब है कि पिछले 3 साल से जोधपुर में हर 10-15 दिन में एक दिन का वाटर शॉट डाउन देखने को मिल रहा है और यह समस्या इस पूरे साल बनी रहने की संभावना है।

  • मरम्मत कार्य, जो अब तक नहीं हो पाया है पूरा
    इंदिरा गांधी नहर की मरम्मत का कार्य 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में राजस्थान और पंजाब के कई हिस्सों में अगले साल भी मरम्मत का कार्य जारी रहेगा। इसके चलते 2 महीने की नहर बंदी करनी होगी। इंदिरा गांधी मुख्य नहर की नहरबंदी 26 मई तक होगी। पिछले साल यह क्लोजर 65 दिन का था।
    जोधपुर के लिए पेयजल
    जोधपुर शहर में पिछले तीन साल से लगातार हर महीने में औसतन दो – तीन बार 24 घंटे के लिए जलापूर्ति बंद रखी जा रही है। गर्मियों में होने वाली नहर बंदी के लिए कायलाना और तखतसागर में पर्याप्त पानी का स्टोरेज किया जाता है। इस बार भी दोनों जलाशय में मिलाकर 18 दिन का पानी स्टोर किया गया है, जिसका उपयोग 8 मई के बाद किया जाएगा।
    नहरबंदी के दौरान आगामी 60 दिन तक चलेगा कार्य
  • अप्रैल माह के अंत तक इंदिरा गांधी मुख्य नहर में जो पेंडिंग कर पानी रखा गया है उसका उपयोग किया जाएगा।
  • इसके बाद अगले 15 से 20 दिन का पानी राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल की पोंडिंग से मिलेगा।
  • बाद में 10 या 15 दिन की जरूरत के हिसाब से पेयजल की सप्लाई कायलाना और तखत सागर जलाशय में स्टोरेज किए गए पानी से होगी।
  • ग्रामीण क्षेत्र में 12 पानी की डिग्गियां भरी गई है जो कि नहर बंदी के अंतिम 15 दिनों में काम आएगी।
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