राजस्थान में दो करोड़ के रिश्वत मामले में एसओजी की निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल को 4 अप्रैल तक के लिए रिमांड पर सौंपा गया है। SOG जोधपुर की टीम ने किया जज के आवास पर पेश किया। शनिवार को जमानत पर रिहा होने के बाद दिव्या मित्तल को एनडीपीएस मामले में एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया था।एसओजी ने गैर कानूनी काम करने पर गिरफ्तार किया था। उन पर पद का दुरुपयोग का आरोप है। जबकि दो करोड़ के रिश्वत मामले में दिव्या मित्तल पहले ही गिरफ्तार हो चुकी थी। शनिवार को दिव्या मित्तल को जमानत मिल गई थी। लेकिन जेल से रिहा होने के तुरंत बाद ही एसओजी ने एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार कर लिया था।
एसओजी जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल सिंह तंवर के अनुसार आरोपी दिव्या के खिलाफ अजमेर के रामगंज थाने में 24 मई 2021 को एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/ 22 व 8/29 के तहत दर्ज मामले की जांच में लापरवाही के आरोप में जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। इसी क्रम में तीन मामलों में दो प्रकरण (संख्या 183, 195) रामगंज व एक (संख्या 139) अलवर गेट थाने में दर्ज थे। इनकी जांच 27 फरवरी 2023 को एसओजी को दी गई थी। एसओजी को इन मामलों की जांच में लापरवाही मिली।
रामगंज थाने में दर्ज मामले में आरोपी सुनील नंदवानी को गिरफ्तारी की अनुमति मिलने के बावजूद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। जबकि वह पूछताछ के दौरान कस्टडी में था। प्रकरण सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। जहां से उसे जमानत मिली। इसी तरह प्रकरण संख्या 183 में भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया।