राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच फिर से खटपट के बाद कांग्रेस हाईकमान प्रदेश में बड़े बदलाव करने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इशारा दिया है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान को खत्म करने और पार्टी में एकता बहाल करने के लिए एक बड़ा बदलाव किया जा सकता है।
गौरतलब है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट में पहले भी मतभेद रहे हैं। तीन साल पहले सचिन पायलट को उनकी बगावत के बाद राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। इसके बाद अभी हाल ही में सचिन पायलट ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मंगलवार को एक दिन का अनशन किया। पायलट ने गहलोत पर आरोप लगाया है कि उनकी सरकार ने वसुंधरा राजे की सरकार के वक्त हुए भ्रष्टाचार के मामलों में अनदेखी की है।
बीते दिनों राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कहा था। गहलोत ने कहा था कि एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं बन सकता… हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता, एक ऐसा शख्स, जिसके पास 10 विधायक भी नहीं हैं… ऐसा शख्स, जिसने विद्रोह किया… उन्होंने पार्टी को धोखा दिया, वह गद्दार हैं। बता दें कि उस दौरान सचिन पायलट 19 विधायकों को लेकर दिल्ली के निकट एक पांच-सितारा रिसॉर्ट में पहुंच गए थे। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस को सीधी चुनौती थी – या उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए, या वह कांग्रेस छोड़कर चले जाएंगे।