राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल का विरोध कर रहे हड़ताली डाॅक्टरों ने सचिन पायलट से मुलाकात की और अपना पक्ष रखा। मुलाकात के बाद पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा- सरकार को आंदोलनकारी डॉक्टर्स की बात सुननी चाहिए। प्रदेशभर में मरीज हो रहे है परेशान। करोड़ों लोगों को करता है प्रभावित। हमारी सरकार जब केंद्र में थी तब भी हमने बनाए यूनिवर्सिल कानून, पीड़ा होती है। जब हजारों लोगों को इलाज की जरुरत है, लेकिन इलाज नहीं मिल पा रहा है, किसी भी पक्ष को नहीं अपनाना चाहिए अड़ियल रुख, सार्थक रूप से बातचीत हो तो निकल सकता है इसका रास्ता। पायलट ने कहा कि हमारी पार्टी सत्ता में है। इसलिए हमें आगे बढ़कर मामले को सुलझाना चाहिए। क्योंकि हालात बद से बदतर होती जा रही है। खुले दिमाग से दोनों पक्षों को करनी चाहिए चर्चा। मैं अपील करता हूं सभी डॉक्टर्स से मिलकर बैठकर बात करें। इसका रास्ता निकल सकता है।
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि जजमेंट के आने 24 घंटे में राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। आवास खाली करा दिया। ये पॉलिटिकल प्रतिशोध की भावना जताता है। कारण यह है राहुल गांधी जी लगातार अडानी के खिलाफ बोल रहे थे। राहुल गांधी को संसद मे बोलने नही दिया जा रहा। इसकी वजह से ही कांग्रेस सड़क पर आंदोलन कर रही है। पायलट ने राजधानी जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सारे विपक्षी दल एक साथ आए है।
सचिन पायलट ने जयपुर ब्लास्ट मामले में चारों आरोपियों के बरी होने पर भी इशारों में गहलोत सरकार पर निशाना साधा। पायलट ने कहा कि आतंकी घटना करने वालों की रिहाई दुखद है। किसी ने तो ब्लास्ट किए ही होंगे। जांच में लापरवाही होना बेहद अफसोसजनक सरकार नए सिरे से जांच होनी चाहिए। पायलट ने कहा कि मैंने अपने सुझाव सेंट्रल लीडरशिप को बता दिया है। सुझाव पर कब अमल करेंगे ये आलाकमान को निर्णय लेना है।