राजस्थान में मार्च के महीने में लगातार आए पश्चिम विक्षोभ का असर अप्रैल माह में भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग केंद्र जयपुर के अनुसार 3 अप्रैल को प्रदेश में एक नया विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिसके के कारण जोधपुर, बीकानेर संभाग व शेखावाटी क्षेत्र में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश होगी। महीने के शुरुआत 10 दिन में हल्का सिस्टम का असर बना रहेगा। ऐसे में तापमान में इतनी वृद्धि नहीं होगी। दूसरी तरफ पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में आसमान में बादलों ने डेरा डाल लिया है। कोहरे जैसै हालात बने हुए है। जिससे किसानों की चिंता एक बार फिर बढ़ गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव का असर देखने को मिलेगा। जिसमें देखते हुए विभाग ने दो दिन के लिए 8 से अधिक जिलों में ऑरेंज अलर्ट दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक साउथ.वेस्ट राजस्थान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इन सिस्टम के साथ ही जो वेस्टर्न डिस्र्टबेंस आ रहा है उससे राजस्थान में थंडरस्टॉर्म गतिविधियां होंगी। बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, जोधपुर, पाली, अजमेर, नागौर और सीकर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां बारिश-ओलावृष्टि के साथ 40 किलोमीटर की स्पीड से हवा चलने की संभावना है। जबकि जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, उदयपुर, चित्तौडगढ़़, राजसमंद, भीलवाड़ा, जयपुर, अलवर, टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर,दौसा,धौलपुर, करौली और बारां-कोटा में भी इस सिस्टम का असर देखने को मिलेगा। इन जिलों में भी बारिश होने के साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान में बादलों की आवाजाही से किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान खेतों में फसलें समेटने लगे हुए है। सिस्टम का असर भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के जिलों में देखने को मिलेगा। भरतपुर,धौलपुर, करौली, अलवर, झुंझुनूं, सवाई माधोपुर और दौसा जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि कोटा, बारां, बूंदी, जयपुर, टोंक, अजमेर, नागौर, चूरू और हनुमानगढ़ में भी इस दिन कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।