राजस्थान कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और और मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच टशन जारी है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि मीडिया को लोगों को लड़वाना नहीं चाहिए। सीएम गहलोत के इस बयान को गहलोत और पायलट के बीच चल रहे मौजूदा खींचतान से जोड़कर देखा जा रहा है।
राजस्थान में जब साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी उसी समय से गहलोत और पायलट के बीच पावर को लेकर टशन चलती आ रही है। हाल ही में सचिन पायलट ने एक दिन का अनशन किया था। उन्होंने अपनी ही सरकार को घेरते हुए कहा था कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने का वादा कांग्रेस ने चुनाव से पहले जनता से किया था लेकिन अभी तक उस वादे को पूरा नहीं किया गया है। पायलट ने कांग्रेस की चेतावनियों को दरकिनार कर यह अनशन किया था जिसकी वजह से पार्टी की काफी फजीहत भी हुई थी।
पायलट के इन आरोपों को लेकर अशोक गहलोत और कांग्रेस पहले सफाई दे चुकी है। हालांकि, सोमवार की शाम सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया को ही नसीहत दे दी। गहलोत ने कहा कि मीडिया को लोगों को लड़वाना नहीं चाहिए। पत्रकारों से बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा कि मीडिया को सच्चाई और तथ्यों पर खड़ा रहना चाहिए। मीडिया को हमें एक-दूसरे से लड़वाना नहीं चाहिए। उन्हें (मीडियाकर्मियों) अपनी ड्यूटी पूरी करनी चाहिए और यह जनता के हित में नहीं है। मीडिया को सच्चाई के आधार पर सरकार का साथ देना चाहिए।