20 हजार से अधिक किसानों ने कृषि क्षेत्र की आधुनिक विधाओं से रूबरू होकर जानकारी पायी,
कृषक कल्याण के लिए सरकार कर रही भरसक प्रयास – संभागीय आयुक्त
जोधपुर। कृषि विश्वविद्यालय #agricultur University परिसर में आयोजित दो दिवसीय किसान (Farmer) महोत्सव शनिवार को सम्पन्न हो गया। इसमें बड़ी संख्या में आए किसानों ने कृषि, पशुपालन और इनसे संबंधित क्षेत्रों के बारे में नवीनतम और लाभकारी तकनीक तथा नवाचारों की जानकारी पायी और इनसे संबंधित सफल किसानों के अनुभवों को सुना। इसके साथ ही सरकार की कृषि विकास योजनाओं से भी किसान रूबरू हुए।
इस दो दिवसीय महोत्सव में जोधपुर #jodhpur, बाड़मेर #barmer, पाली, सिरोही, जालौर, जैसलमेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, चूरु और नागौर जिलों के 20 हजार 400 से अधिक किसान सम्मिलित हुए। किसानों ने उत्साह से कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी, मत्स्यपालन व कृषि विपणन की विश्वस्तरीय तकनीकों के बारे में विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त की।
महोत्सव के समापन अवसर पर संभागीय आयुक्त श्री कैलाशचन्द मीना ने किसान महोत्सव की आशातीत सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि इससे किसानों को नवीन प्रयोगों, नवाचारों और अधिकाधिक लाभकारी खेती के लिए जरूरी विषयों की जानकारी मिली है और इससे कृषि तथा इससे जुड़ी हुई गतिविधियों में और अधिक समृद्धि प्राप्त की जा सकेगी। इससे किसानों के कल्याण को सम्बल मिला है तथा क्षेत्र में कृषि के माध्यम से किसान वर्ग में खुशहाली का विस्तार होगा।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार कृषक कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। महोत्सव आयोजन के माध्यम से किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीक, अत्याधुनिक कृषि यंत्रों और पशुओं की उन्नत नस्ल से रूबरू कराया गया है, ताकि किसानों एवं पशुपालकों को इसका अधिकतम लाभ मिल सकें।
इस अवसर पर कृषि आयुक्त श्री गौरव अग्रवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिषेक सुराणा, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री बी.आर. चौधरी सहित अन्य अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला कृषक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त श्री मीना ने बेहतर आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की और प्रमुख आयोजकों को स्मृति चिह्न भेंट किए।
स्मार्ट फार्म में हुआ वैज्ञानिक तकनीकों का सजीव प्रस्तुतीकरण
महोत्सव में दो हजार 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में निर्मित स्मार्ट फार्म प्रदेशभर से आए हजारों किसानों के लिए दोनों दिन विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस कार्यक्रम में राजस्थान संरक्षित खेती मिशन की प्रदर्शनी में किसानों को ग्रीन व सेड नेट हाउस, लॉ टनल और प्लास्टिक मल्च की उपयोगी जानकारी दी गई।
इसी प्रकार सूक्ष्म सिंचाई मिशन में फार्म पॉण्ड, डिग्गी, सामुदायिक जल स्रोत, साइट विशिष्ट पोषक तत्व प्रबंधन, न्यू जनरेशन टेक्नोलॉजी ऑटो सेंसर, फर्टिगेशन के उपयोग की लाइव डेमोंसट्रेशन के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई। इनके साथ ही फसल सुरक्षा मिशन में आवारा पशुओं से फसलों में होने वाले नुकसान से बचाव के लिए तारबंदी के लिए किसानों को समझाया गया। इसी प्रकार बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन मे हाइब्रिड नेपियर घास की सजीव प्रदर्शनी की गई।
महोत्सव में विकास उद्यानिकी मिशन के बगीचे लगाकर किसानों को उपयोगी जानकारियां उपलब्ध कराई गई। किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़े, इसके लिए सौर ऊर्जा पम्प परियोजना के बारे में किसानों को सजीव प्रस्तुतीकरण कर आवश्यक जानकारी प्रदान की गयी।