32.4 C
Jodhpur

देश के प्रत्येक इलाके के देसी गोवंश वहां के लिए श्रेष्ठ : गोपाल भाई सुतरिया

spot_img

Published:

  • जैविक खेती व गौ संवर्धन से आत्मनिर्भर होंगी गोशालाएं
  • विश्वविख्यात बंशी गिर गोशाला अहमदाबाद के विशेषज्ञ गोपाल भाई से प्रशिक्षण लेकर लौटे जोधपुर जिले के गोशाला संचालक

नारद जोधपुर। भारत वर्ष के किसी भी क्षेत्र के देसी गोवंश, उस इलाके लिए सदैव ही श्रेष्ठ रहती है। उन्हीं क्षेत्र के देसी गोवंश को महत्व देना बहुत आवश्यक है, क्योंकि प्रकृति ने उन गोवंश को क्षेत्र की परिस्थितियों के अनुकूल रहन-सहन व खान-पान की शक्ति प्रदान की है। इन्हीं गोवंश का श्रेष्ठ तरीके से संवर्धन करके और जैविक खेती के माध्यम से कोई भी गोशाला आत्मनिर्भर हो सकती है। ये कहना है विश्व प्रसिद्ध बंशी गिर गोशाला के विशेषज्ञ गोपाल भाई सुतरिया का। BANSHI GIR GAUSHALA, AHMEDABAD जोधपुर जिले के गोशाला संचालकों को जैविक खेती ORGANIC FARMING और गौ संवर्धन COW BREEDING का प्रशिक्षण TRAINING देने के दौरान सुतरिया ने कहा कि गोपालन और गोमय से बहुत कुछ किया जा सकता है। क्षेत्रवार देशी गोवंश पर चर्चा करते हुए सुतरिया ने कहा कि आजकल लोग एक-दूसरे को देखकर कुछ विशेष नस्ल के गोवंश की तरफ आकर्षित हो रहे हैं, जबकि पूरे भारतवर्ष के गोपालकों को इस हौड़ से बचकर अपने क्षेत्र के देसी गोवंश को महत्व देना चाहिए।
जैविक खेती पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देसी गोवंश का गोबर और गोमूत्र किसी वरदान से कम नहीं है। इसे और अधिक उपयोगी बनाने के लिए गोकृपा अमृतम् कल्चर नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इसे गोबर में मिलाने से वह और अधिक उपयोगी बनता है। यह धरती के लिए सुपाच्य अवस्था में भोजन उपलब्ध करवाता है। इससे जैविक खेती करने वाले किसानों को अधिक अनाज, फल तथा सब्जी अच्छे स्वाद के साथ में प्राप्त होती है।

अहमदाबाद स्थित बंशी गिर गोशाला में प्रशिक्षण के दौरान सुतरिया के साथ जोधपुर के गोशाला संचालक

राजस्थान गौ सेवा समिति व समस्त महाजन के हरनारायण सोनी ने बताया कि पूरे जोधपुर जिले में जैविक खेती का प्रचार प्रसार करने के लिए किसानों को गोकृपा अमृतम कल्चर निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। इसका किसानों को फायदा होने के साथ ही धरती सुपोषण, वातावरण शुद्धी, शुद्ध अन्न व पशुओं के लिए अच्छी गुणवत्ता का जैविक चारा प्राप्त होगा।

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सेवाभावी
पांचला सिद्धा के संत योगेश्वर सूरजनाथ के सानिध्य में संत हिमताराम,मांगीलाल पारासरीया, हरनारायण सोनी, रविंद्र कुमार जैन, मोतीलाल सोनी, बाबूराम जाखड़, ओमप्रकाश बूब, मुकनचंद, बिहारीलाल, दुर्जनलाल, करणसिंह, पंकज, राजूराम, हीराराम गोदारा, योगी पुखराज सहित कई गौ भक्त गौशाला संचालक उपस्थित रहे।

[bsa_pro_ad_space id=2]
spot_img
spot_img

सम्बंधित समाचार

Ad

spot_img

ताजा समाचार

spot_img