जयपुर। प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में सेंट्रल जेल जयपुर में निरुद्ध बंदी कुलदीप सिंह और विजयपाल को पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट में पेशी के लिए भरतपुर भिजवाने के दौरान अमोली टोल प्लाजा पर फायरिंग की घटना पर उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई एवं इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के बारे में आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए गए।
बैठक में महानिदेशक पुलिस श्री उमेश मिश्रा, महानिदेशक पुलिस कारागार श्री भूपेंद्र कुमार दक, प्रमुख शासन सचिव विधि श्री ज्ञान प्रकाश गुप्ता, शासन सचिव गृह विभाग श्री सरवन कुमार, शासन सचिव गृह (विधि) विभाग, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस यातायात, महानिरीक्षक पुलिस अपराध, महा निरीक्षक पुलिस कारागार एवं संयुक्त शासन सचिव गृह (जेल) श्री अवधेश मीणा उपस्थित थे।
इन निर्देशों के अनुसार महानिदेशक जेल विभाग, महानिदेशक पुलिस राजस्थान से समन्वय स्थापित कर जिला स्तर पर एक कमेटी गठित करेंगे। गठित कमेटी हार्डकोर बदमाशो, संगठित गिरोह और गंभीर धाराओं में बंद अपराधियों जिन्हें पेशी पर ले जाने के दौरान जानलेवा हमला होने या फिर कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना हो, उन्हें चिन्हित कर सूची तैयार करेंगे। सुरक्षा कारणों की वजह से ऐसे अपराधियों की कोर्ट में पेशी हाई सिक्योरिटी जेल अजमेर की तर्ज पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करवाई जाएगी। व्यक्तिगत पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं होने या कोर्ट के आदेशों की पालना में ही होगी।
बंदी जिस जेल में बंद है और उसे पेशी के लिए जिस जिले के न्यायालय में जाना है, उन दोनों जिले के एसपी पेशी के दौरान बंदियों के आवागमन के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराएंगे। साथ ही संभव हो तो ऐसे बंदियों को सामान्य बस के स्थान पर पुलिस वाहन से ही पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ भेजा जाएगा।
फायरिंग की घटना की जांच करेंगे आईजी प्रफुल्ल कुमार
महानिदेशक पुलिस श्री उमेश मिश्रा ने बताया कि भरतपुर जिले के अमोली टोल प्लाजा पर हुई फायरिंग की घटना की जांच महानिरीक्षक अपराध श्री प्रफुल्ल कुमार को सौंपी गई है। आईजी श्री प्रफुल्ल कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री नरोत्तम वर्मा के साथ भरतपुर पंहुच गए हैं।