– बिल्डिंग का अधिकांश निर्माण कार्य हो चुका है पुरा,
नारद भोपालगढ़। कस्बे की सरकारी आईटीआई को 11 साल के इंतजार के बाद आखिरकार अब खुद की बिल्डिंग मिलने वाली है, क्योंकि नई इमारत के निर्माण का अधिकांश काम पुरा हो चुका है। नए भवन में शुरू होने के बाद भोपालगढ़ और आसपास के गांवों के स्टूडेंट्स को 35 किमी दूर पीपाड़ जाने की परेशानी से निजात तो मिलेगी ही, साथ ही साथ स्थानीय युवाओं के रोजगार पाने के अवसर भी स्वत: बढ़ जाएंगे। बिलाड़ा रोड पर निर्माणाधीन इस बिल्डिंग का 95 प्रतिशत काम हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल में वर्ष 2012-13 के अंतरिम बजट में भोपालगढ़ सहित 10 आईटीआई खोलने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बाद सरकार बदली, तो घोषणा कागजों में ही दफन होकर रह गई। इसी बीच, दुबारा गहलोत की सरकार बनी, तो आईटीआई भवन की फाइल आगे बढ़ी। हाल ही में निदेशक मुनीष शर्मा ने इस निर्माणाधीन बिल्डिंग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि भवन का काम तकरीबन पुरा हो चुका है। आईटीआई के लिए जरूरी टूल्स और मशीनरी भी आ चुके हैं। इसके साथ ही अनुदेशकों के पदस्थापन भी किए जा चुके हैं। इस सत्र से कक्षाएं नए भवन में ही शुरू होंगी। अनुदेशक महेंद्र सारण ने बताया कि अब तक छात्रों को ट्रेनिंग के लिए 35 किमी दूर पीपाड़ जाना पड़ता था, लेकिन अब यह समस्या स्थायी रूप से खत्म हो जाएगी।
चार ट्रेड : इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मोटर मैकेनिक, कंप्यूटर (कोपा)
गवर्नमेंट आईटीआई में स्टूडेंट्स को चार ट्रेड के विकल्प मिलेंगे और उसी अनुसार उन्हें प्रशिक्षण मिलेगा। जिसमें इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मोटर मैकेनिक के साथ कंप्यूटर (कोपा) ट्रेड है । सभी ट्रेड राज्य सरकार (एससीवीटी) द्वारा एफिलेटेड है।
ट्रेनिंग करने वालों को अग्निवीर भर्ती में बोनस अंक
किसी भी आईटीआई में दो वर्षीय प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले स्टूडेंट को अग्निवीर भर्ती में 40 बोनस अंक मिलते हैं। यह प्रशिक्षण 12वीं साइंस की समकक्ष है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा स्किल इंडिया मिशन के तहत आईटीआई के लिए बहुत से बदलाव किए गए हैं। सरकार द्वारा नई लाई गई अग्निवीर योजना का सबसे ज्यादा फायदा आईटीआई करने वाले छात्रों को मिलेगा। जहां एनसीसी छात्रों को सिर्फ 30 बोनस अंक मिलते हैं,वही आईटीआई पास विद्यार्थियों को अग्निवीर में 40 बोनस अंक दिए जा रहे हैं। साथ ही दसवीं के बाद 2 वर्षीय आईटीआई कोर्स की समकक्षता 12वीं साइंस के समकक्ष रहेगी। छात्रों को 11 वी 12 पढ़ने के झंझट से मुक्ति मिलेगी।