– मथानिया पुलिस ने 38 लाख का बीमा क्लेम हड़पने की नीयत से खुद का ट्रक चुराने वाले को उसके साथी के साथ किया गिरफ्तार, तीसरे की तलाश
नारद जोधपुर। ‘लालच बुरी बला है’ ये तो सब जानते हैं, लेकिन इंसान इससे बच सके, ऐसा आसान नहीं होता। ऐसे ही लालच के चक्कर में एक शख्स जेल की सलाखों के पीछे जा पहुंचा है। ये मामला है मथानिया थाने का। जहां एक शख्स ने खुद का ट्रक चोरी होने का केस दर्ज कराया। पुलिस ने छानबीन की, तो पता चला कि ट्रक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाला शख्स खुद ही चोर है। ये पूरी साजिश उसने ट्रक का बीमा क्लेम उठाने के लिए रची थी, लेकिन वो अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता, उससे पहले ही साथी के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
मथानिया थानाधिकारी राजीव भादू ने बताया कि मतोड़ा थानांतर्गत रायमलवाड़ा में कड़वासरों की ढाणी निवासी श्रवण राम जाट पुत्र निंबाराम ने 23 जुलाई को एक रिपोर्ट दी थी। इसमें उसने बताया कि 14 जुलाई को वह अपने खुद का खाली ट्रक लेकर मथानिया बाइपास चौराहा पर स्थित आरके भोजनालय के पास खड़ा किया था। इसके बाद वह गांव चला गया। 17 जुलाई की रात को किसी ने आर के भोजनालय के बाहर खड़ा ट्रक चुरा लिया। 18 जुलाई को दिन में श्रवण वहां गया, तो ट्रक गायब था। इसमें ट्रक का सारा सामान, रस्सा, तिरपाल इत्यादि भी रखे थे। अपने स्तर पर प्रयास करने के बाद उसने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी।
तकनीकी खोजबीन में खुली पोल
थानाधिकारी भादू के अनुसार ट्रक के चोरी की होने की घटना की पड़ताल करने के लिए पुलिस टीम ने घटना स्थल और आसपास के इलाकों में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली। साथ ही टेक्निकल तरीकों से भी छानबीन की, तो मुस्तगिस की साजिश सामने आई। इस पर पुलिस टीम ने कड़वासरों की ढाणी रायमलवाड़ा निवासी श्रवणराम जाट (32) पुत्र निंबाराम और मथानिया के भवाद विनायक पुरा निवासी श्यामलाल विश्नोई (43) पुत्र भीयांराम को गिरफ्तार कर लिया। इनके एक अन्य साथी भूराराम की पुलिस तलाश कर रही है।
जोधपुर शहर में बैठ रची साजिश, बच नहीं पाए
पुलिस ने बताया कि परिवादी श्रवणराम ने अपने साथी श्यामलाल और भूराराम के साथ जोधपुर शहर में बैठकर साजिश रची थी। इसके तहत ट्रक चोरी बताकर इंश्योरेंस क्लेम के 38 लाख रुपए हड़प लेंगे। उसके बाद दूसरी ट्रक के नंबर पर फर्जी तरीके से ट्रक का उपयोग भी करते रहेंगे। पूरी प्लानिंग करके आरोपियों ने 17 जुलाई की रात को 12-1 बजे के बीच श्यामलाल, भूराराम को साथ लेकर खुद परिवादी श्रवणराम अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से मथानिया पहुंचा। वहां बाइपास पर खड़ा ट्रक चुरा ले गए।
पुलिस की विशेष टीम में ये रहे शामिल
थानाधिकारी भादू के साथ एसआई चंद्रकिशोर, हैड कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल बाबुलाल, उगमाराम, नेमीचन्द, सुनिल कुमार, सुभाष, विजेन्द्र शामिल रहे। केस की टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन में हैड कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल बाबुलाल और उगमाराम का अहम योगदान रहा।