– शेरगढ़, लोहावट और बाप इलाके में पुलिस की गाड़ियां तोड़ भागा था शातिर, पिछले दिनों फलोदी में भी पकड़ी गई थी जांगू की फॉर्च्युनर
– चार बार बच निकलने के बाद भी ग्रामीण पुलिस की टीमों ने नहीं छोड़ा पीछा, आखिरकार धरा गया राज्य स्तरीय वांछित गैंगस्टर
नारद जोधपुर। जोधपुर पुलिस सहित कई अन्य जिलों व राज्य में वांछित कुख्यात गैंगस्टर विशनाराम जांगू लंबी फरारी के बाद आखिरकार शनिवार को जोधपुर ग्रामीण पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। पुलिस से बचने के चक्कर में उसके पैर पर गंभीर चोट लगी। पकड़ में आए बदमाश को ग्रामीण पुलिस ने हॉस्पिटल में भर्ती करवाकर वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। बदमाश के पकड़ में आने के बाद उसके पुलिसकर्मियों का सहारा लेकर लंगड़ाते हुए चलने के वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।
पुलिस अधीक्षक (जोधपुर ग्रामीण) धर्मेंद्रसिंह यादव ने बताया कि कुख्यात बदमाश विशनाराम की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित हो रखा था और वह राज्य स्तरीय वांछित इनामी बदमाशों की सूची में शामिल था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीमें लंबे समय से प्रयास कर रही थी। इसी बीच पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक फलोदी विनीत बंसल व एसपी (जोधपुर ग्रामीण) धर्मेंद्रसिंह के निकट सुपर विजन में एएसपी (फलोदी) सौरभ तिवाड़ी की अगुवाई में जोधपुर ग्रामीण डीएसटी प्रभारी लाखाराम, लोहावट थानाधिकारी बद्रीप्रसाद के साथ भोजासर, मतोड़ा सहित अन्य थानों की टीमों ने संयुक्त कार्रवाई कर लोहावट थानांतर्गत दयाकौर गांव में एक ठिकाने पर दबिश दी। यहां पुलिस टीमों को देखकर लोहावट के जालोड़ा निवासी गैंगस्टर विशनाराम जांगू ने भागने की कोशिश की और इसी चक्कर में उसका पैर चोटिल हो गया। पुलिस ने जालोड़ा निवासी विशनाराम उर्फ विशना जांगू पुत्र मोहनराम को हिरासत में लेकर स्थानीय हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

जोधपुर ग्रामीण पुलिस के कांस्टेबल व टेक्निकल टीम की रही अहम भूमिका
एसपी यादव के अनुसार विशनाराम की गिरफ्तारी में जोधपुर ग्रामीण पुलिस की जिला विशेष टीम के कांस्टेबल चिमनाराम की सूचना और टेक्निकल डाटाबेस की अहम भूमिका रही। इसमें ग्रामीण पुलिस के साइबर-टेक्निकल एक्सपर्ट एएसआई अमानाराम के साथ श्रवण कुमार, प्रदीप कुमार, मदनलाल, मोहनराम, वीरेंद्र कुमार ने भी सराहनीय कार्य किया। वांछित इनामी बदमाश के दयाकोर गांव पहुंचने की सूचना पर फलोदी जिला पुलिस के साथ गांव दयाकौर के पास पहुंचने और यहां बदमाश द्वारा पुलिस टीम की घेराबंदी तोड़कर स्कॉर्पियो से उतरकर भागने की कोशिश की। इसी कोशिश में वह तारबंदी में उलझ गया और पत्थरों पर गिरने से उसके पैरों में चोट आई। इस संबंध में उसके खिलाफ अलग से राजकार्य में बाधा व पुलिस पर जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज किया जा रहा है।
बार-बार पुलिस की गाड़ियों को टक्कर मार बच भागता
इससे पहले भी विशनाराम जांगू तीन बार तो पुलिस की गाड़ियों को टक्कर मारकर बच निकला था। इनमें गत सप्ताह शेरगढ़ में पुलिस टीम ने उसे घेरा तो वो पुलिस टीम की गाड़ी को टक्कर मारकर भाग निकला था। वहीं, इससे पहले वह लोहावट और बाप में भी इसी तरह बच भागा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार लोहावट में 20 जून को उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने 12 राउंड फायर किए थे, इसके बावजूद बदमाश वहां से बच निकला। हालांकि, उसका एक साथी श्रवण भागते समय गिरने पर पुलिस की पकड़ में आ गया था। वहीं फलोदी में उसकी फॉर्च्युनर भी पुलिस ने पकड़ी, लेकिन बदमाश वहां से भी बचकर भाग गया था।
भंवरी हत्याकांड से हुआ था कुख्यात, 68 केस हैं दर्ज, 57 में चार्जशीट
विशनाराम बहुचर्चित भंवरीदेवी हत्याकांड के मामले में चर्चाओं के साथ कुख्यात हुआ था। इससे पहले फलोदी इलाके में करोड़ों रुपए की जमीन धोखाधड़ी को लेकर उसके खिलाफ तकरीबन तीन दर्जन मामले दर्ज हुए थे। भंवरी हत्याकांड में गिरफ्तार होने के बाद करीब 10 साल तक वह जेल में रहा। इस दौरान हाईकोर्ट परिसर में फायरिंग करवाकर भागने का मामला भी हुआ था। भंवरी प्रकरण में जमानत मिलने के बाद लोहावट थाना क्षेत्र के गिलाकौर गांव में किसी शादी समारोह के दौरान विशनाराम और राजू मांजू के बीच झगड़ा हुआ था। उस प्रकरण में भी पुलिस को विशनाराम की तलाश थी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार विशनाराम के खिलाफ विभिन्न थानों में 68 मामले दर्ज हो रखे हैं। इनमें से 57 मामलों में चार्जशीट भी पेश की जा चुकी है।
#Jodhpur #Phalodi #Notorious gangster Vishnaram with reward of one lakh arrested, big success of Jodhpur rural and Phalodi police