जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को जोधपुर सहित पश्चिमी राजस्थान के तीन जिलों में दौरे पर थे। पहला कार्यक्रम जैसलमेर जिले के रामदेवरा में हुआ। उन्होंने रामदेवरा मंदिर के दिव्य प्रांगण में बैठकर बाबा रामदेव जी की स्तुति की। दूसरे कार्यक्रम नवसृजित फलोदी जिले के चौरड़िया गांव में समाजसेवी कल्याणसिंह राठौड़ की मूर्ति के अनावरण में पहुंचे। तीसरा कार्यक्रम ओसियां विधानसभा में था, जहां तीन बातें महत्वपर्ण रही। पहली-मुख्यमंत्री ने वहां पहुंचते ही न उनके लिए आरक्षित कुर्सी का रूख किया और न कोई स्वागत सत्कार हुआ। हालांकि पूर्व सांसद ब्रदीराम जाखड़ ने इसके लिए पूरी तैयारी कर रखी थी।
मुख्यमंत्री मंच पर पहुंचते ही सीधे भाषण देना शुरू हो गए। दूसरी-इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में जोधपुर से जुड़ी 10 सीट में से कोई भी विधायक नहीं था। ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा को लेकर चर्चा पहले से ही थी कि वे मंच साझा नहीं करेंगी। तीसरी-भाजपा के दो नेता उनकी सभा तक पहुंचे थे। शंभूसिंह खेतासर व पूर्व विधायक भैराराम सियोल। सियोल की मानें तो वे मुख्यमंत्री को माला पहनाकर स्वागत करने के लिए वहां गए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम स्थल पर जाने नहीं दिया।
चूंकि यह कार्यक्रम पूर्व विधायक स्व. रणजीत सिंह की प्रतिमा के अनावरण से जुड़ा था, लिहाजा इनके समाज से जुड़े कांग्रेस व भाजपा, दोनों के लोग वहां मौजूद थे। संभवत: अशोक गहलोत भी इससे अनजान नहीं थे, इसलिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के संजीवनी प्रकरण को लेकर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ा।

कोई नहीं दे पाया भाषण
आेसियां में कार्यक्रम के दौरान कब कैसे क्या होगा, यह पहले से तय था। मुख्यमंत्री का स्वागत करने से लेकर किनके भाषण होने है, यह तक। जब मुख्यमंत्री सीधे मंच पर पहुंच कर भाषण देने लगे तो ऐसे में पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ एवं स्वर्गीय पूर्व विद्यायक रणजीत सिंह के पुत्र घनश्याम सिंह का भाषण नही हो पाया। कायदा यही है कि पहले दूसरे लोगों के भाषण होते हैं और अंत में मुख्यमंत्री का। जब मुख्यमंत्री ने ही शुरूआत और अंत एक साथ कर दिया तो बाकि का नंबर आना संभव भी नहीं था।
हम माल्यार्पण करना चाहते थे, पुलिस से रूकवा दिया : सियोल
भैराराम सियोल ने पत्रकारों से कहा कि हम तो गहलोत साहब का माल्यार्पण करने आए थे लेकिन उनकी सरकार की पुलिस ने हमें रोक लिया। उनका शायद वहम था कि हाल ही हमारे उप प्रधान जी किसी कार्यक्रम में चले गए थे और उसके बाद जो हुआ वह वास्तव में दुखद था। आज का कार्यक्रम किसी राजनीतिक दल का नहीं था।

योजनाबद्ध तरीके से होगा राज्य का विकास : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मेरे जीवन का प्रत्येक क्षण प्रदेश के विकास एवं आमजन के कल्याण के लिए समर्पित है। जनसेवा का अवसर मिलने में जोधपुर की जनता के प्यार और आशीर्वाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व कार्यकाल में क्षेत्र के अकाल प्रभावित होने पर लोगों को राहत देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए थे। इस प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए मनरेगा जैसी योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों हेतु जीवनदायनी बनकर उभरी हैं। राज्य सरकार द्वारा योजनाबद्ध तरीके से विकास हेतु विजन 2030 डॉक्यूमेंट तैयार करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री रणजीत सिंह सादगी के धनी एवं समाज सेवा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले राजनेता थे। उन्होंने ओसियां के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया एवं कई कार्यकाल तक विधायक के रूप में जनता की सेवा की।
जी-20 के नाम पर मुझे कोई विवाद पैदा नहीं करना था
कल मेरा उदयपुर से जयपुर प्लेन से एवं जयपुर से सीकर एवं सीकर से निवाई हेलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था। इसके लिए हेलिकॉप्टर को एडवांस में उदयपुर से जयपुर पहुंचना था परन्तु ऐसा बताया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलिकॉप्टर या प्लेन तभी यात्रा कर सकते हैं जब सीएम स्वयं उसमें सवार हो। हेलिकॉप्टर की उड़ान की अनुमति सुबह 10.48 बजे ई-मेल कर मांगी गई परन्तु दोपहर 2.50 तक अनुमति नहीं मिली। वहां इंतजार कर रही जनता को जानकारी देने के लिए 2.52 पर ट्वीट कर ना आ पाने का कारण बताया और सांगलिया पीठ में श्री ओमदास महाराज को भी फोन कर जानकारी दी। इसके बाद 3.58 पर अनुमति आई परन्तु तब तक मैं उदयपुर से जयपुर के लिए प्लेन से निकल चुका था एवं जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से निवाई गया। जी-20 के नाम पर मुझे कोई विवाद पैदा नहीं करना था इसलिए इसकी कोई निंदा नहीं की एवं केवल जनता को तथ्यों की जानकारी दी थी। परन्तु मुझे अब दुख है कि गृह मंत्रालय ने गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता में भ्रम फैलाने का असफल प्रयास किया है।