– ऑपरेशन गरिमा के तहत प्रदेश में संभवतया इस तरह की पहली कार्रवाई
नारद जोधपुर। राह चलते महिला या बालिका के साथ छेड़छाड़ की एक घटना के बाद पीड़िता न तो थाने ही गईं और न ही कोर्ट में कोई बयान ही हुए, लेकिन जोधपुर पुलिस ने स्वप्रेरणा से पहल करते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार कर प्रदेश में एक आदर्श उदाहरण पेश किया है। ऑपरेशन गरिमा के तहत संभवतया प्रदेश में इस तरह की यह पहली कार्रवाई है, जिसमें पुलिस ने प्रसंज्ञान लेकर केस दर्ज किया गया और कुछ ही दिनों में केस की जांच पूरी कर कोर्ट में चालान भी पेश कर दिया गया। इतना ही नहीं, कोर्ट में भी बिना पीड़िता के धारा 164 के तहत बयान के चार्जशीट स्वीकार भी कर ली।
डीसीपी (ईस्ट) डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि आगामी तैयारों के मद्देनजर शहर में महिलाओं, बालिकाओं के साथ होने वाली किसी भी संभावित छेड़छाड़, छींटाकशी इत्यादि घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रदेशभर में ऑपरेशन गरिमा चलाया जा रहा है। इसी क्रम में सदर कोतवाली थानाधिकारी मूलाराम चौधरी की टीम व महिला शक्ति टीम ने 30 अगस्त को घंटाघर परिसर में महिलाओं व बालिकाओं पर छींटाकशी कर अभद्र तरीके से इशारा करने वाले दो बदमाश जनवेद सैन व लक्ष्मणसिंह राठौड़ को पकड़ा। पूछताछ के बाद पुलिस ने स्वप्रेरणा से संज्ञान लेकर केस दर्ज किया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार भी किया।

न पीड़ित की थाने में उपस्थिति जरूरी न बयान या नाम ही बताने की जरुरत
डीसीपी डॉ. दुहन के अनुसार ऐसे मामलों में पीड़ित महिला या बालिकाओं की थाने में उपस्थिति आवश्यक नहीं है और ना ही उनके बयान देने या नाम बताने की जरूरत होती है। प्रदेश में संभवतया इस तरह की पहली कार्रवाई करते हुए सदर कोतवाली थाने में धारा 294 व 509/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया। इसमें दोनों आरोपी जनवेद सैन व लक्ष्मणसिंह राठौड़ को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में चालान भी पेश किया जा चुका है।
#The molestation victim neither went to the police station nor gave any statement, still the police baton was used against the miscreants, challan was also presented in the court against the two arrested accused.