– खराब हुई फस्लों का मुआवजा देने के साथ कास्तकारों का कर्जा माफ कर उन्हें आर्थिक सबल प्रदान करें।
नारद लूणी।
पूर्व विधायक व पूर्व संसदीय सविच जोगाराम पटेल ने कहाकि वसुंधरा राजे जब प्रदेश में मुख्यमंत्री थी तथा विधानसभा चल रही थी। इसी दौरान क्षेत्र में फसलें चौपट हो गई। राजे को जब सदन में यह बात बताई तो तीन दिन के लिए विधानसभा स्थगित कर प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों उनके निर्वाचन क्षेत्रों में भेजा, तथा हमने भी लूणी क्षेत्र में उन दिनों मात्र 15 दिनों में घर-घर जाकर किसानों को मुआवजा राशि वितरण कर उन्हें सबल प्रदान किया। वर्तमान में स्थिती पहले से भी किसानों की अधिक खराब हो गई हैं। इसलिए सरकार बिना कोई सर्वे के ही तत्काल आकाल घोषित कर किसानों का सारा कर्जा माफ करें एवं मुआवजा देकर उन्हें राहत प्रदान करें।
पूर्व विधायक जोगाराम पटेल ने यह बात लूणाी विधानसभा क्षेत्र के पाल में आयोजित भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर पूर्व विधायक पटेल ने कहाकि पिछले साल भी राज्य सरकार ने कई प्रकार के रोड़े अटकाए थे तथा क्षेत्र में करीब २२ हजार फाइलें खारीज कर दी गई थी। इसके विरोध में हमने किसानों के साथ धरने प्रदर्शन किए थे। बिते साल मोदी सरकार ने अकेले लूणी विधानसभा क्षेत्र के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 3 अरब 12 करोड़ का मुआवजा प्रदान किया। पटेल ने कहाकि सरकार एवं कलक्टर किसानों को कह रहे हैं कि ऑन लाइन शिकायत दर्ज कराओं, एप से शिकायत दर्ज कराओं, अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराओं, लेकिन अनुभव के अभाव में किसान कहां एवं कैसे शिकायत दर्ज कराएंगे किसी को कोई जानकारी नहीं हैं। और जो टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं उन नंबर पर तो बात भी नहीं हो रही हैं।
पटेल ने बताया कि सरकार की बीमा कंपनी की मिली भगत से इसबार भी बड़ी संख्या में बीमा फाइलें खारीज कर दी गई हैं तथा मूंग का बीमा करने से भी बीमा कंपनी कतरा रही हैं। हालात ऐसे बन गए हैं किसानों द्वारा सारी मेहनत के बाद पनपाई गई फसलें पहले जहां बिन बारिश के झुलस गई वहीं बाद में रही-सही फसलें भी अनचाही बारिश की भेंट चढ़ गई। इसबार सरकार ने जानबूझकर गिरदावरी कराने में समय जाया कर दिया। क्रॉप कटिंग प्रक्रिया भी महज एक खानापूर्ति हैं। पटेल ने कहाकि सरकार जल्द बिना कोई सर्वे के ही शत-प्रतिशत अकाल घोषित करें एवं किसानों को मुआवजा दे तथा वादे के मुताबित जो कर्जा दस दिन में माफ करना था वह साढ़े चार साल बाद भी नहीं हुआ हैं, इसलिए किसान वर्ग का पूरा कर्जा माफ किया जाए। पटेल ने अवैध बजरी खनन एवं नदियों में बहाए जा रहे दूषित जल को लेकर भी कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया। जनसभा में समूचे लूणी विधानसभा क्षेत्र से हजारों की संख्या में ग्रामीण सवं भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे एवं कई किसान खराब हुई फसलें भी साथ लेकर आए।