जोधपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के जोधपुर आगमन पर श्री चतुः सम्प्रदाय वैष्णव ब्राह्मण मारवाड़ महासभा, जोधपुर ने एक ज्ञापन देकर बताया कि हमारे वैष्णव ब्राह्मण समाज का गौरवशाली इतिहास एवं समृद्ध परंपरा रही है। हमारा समाज सनातन काल से आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक चेतना का केंद्र बिंदु रहा है। भारतीय इतिहास इस बात का साक्षी है कि धार्मिक आंदोलनों की लंबी श्रृंखला में भक्ति आंदोलन से लेकर राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन तक इस समाज की सक्रिय व अग्रणी भूमिका रही है। संस्था के कार्याध्यक्ष लालदास वैष्णव ने बताया कि प्रखर राष्ट्रवादी भावनाओं से ओत-प्रोत, सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक व संवाहक समाज होने के नाते वर्तमान लोकतांत्रिक व्यवस्था में भारतीय जनसंघ (1952) के समय से लेकर आज दिन तक सम्पूर्ण वैष्णव ब्राह्मण समाज भारतीय जनता पार्टी का प्रबल समर्थक, सहयोगी एवं परंपरागत मतदाता वर्ग रहा है। इसके बावजूद जातिवादी राजनीतिक व्यवस्था के कारण सोशल इंजीनियरिंग के नाम पर इस धर्मनिष्ठ व राष्ट्रभक्त समाज की वर्षों से लगातार घोर राजनीतिक उपेक्षा हो रही है।
वर्तमान में पूरे राजस्थान में हमारे वैष्णव ब्राह्मण समाज का भाजपा में कहीं पर भी, एक भी स्थान पर राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं है। जबकि हमारा समाज निस्वार्थ भाव से जातिवादी सोच से ऊपर उठकर आज भी शत प्रतिशत भारतीय जनता पार्टी का परंपरागत मतदाता वर्ग है। प्रदेश के अन्य जाति-समाजो की तुलना में कई गुना अधिक बड़ा होने के बावजूद राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी स्थिति में प्रदेश में राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने के कारण समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है। पूर्व में इसके बारे में भाजपा के राष्ट्रीय व प्रदेश आलाकमान को कई बार लिखित में एवं प्रेस कांफ्रेंस के द्वारा सार्वजनिक तौर पर अवगत करवाया जा चुका है। पूरे पश्चिमी राजस्थान अर्थात् मारवाड़ में सर्व वैष्णव ब्राह्मण समाज, कुल मतदाताओं का लगभग10 प्रतिशत है। जबकि जोधपुर संभाग की कुल 33 विधानसभा सीटों व नागौर जिले की कुल 9 विधानसभा सीटों सहित कुल 43 विधानसभा सीटों में मतदाताओं की संख्या के अनुरूप राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं है।
निवेदन यह है कि पूरे प्रदेश में हमारे समाज के लगभग 18-19 लाख मतदाता है। जो कि पूरे प्रदेश के सभी संभागों- जिलों की लगभग 30-35 विधानसभा सीटों के चुनाव परिणामों की दृष्टि से प्रभावित करते हैं तथा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वैष्णव ब्राह्मण समाज के मतदाताओं की औसतन संख्या 20000 से 25000 के लगभग है। जो कि चुनाव परिणामों को प्रभावित करने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण एवं निर्णायक है। यदि मारवाड़ (पश्चिमी राजस्थान) से एक टिकट भी वैष्णव ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को दिया जाता है। तो जोधपुर संभाग के जोधपुर, पाली व नागौर जिले की लगभग 14 -15 विधानसभा सीटों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा मारवाड़ से सटे हुए अजमेर, राजसमंद जिलों की लगभग 9-10 विधानसभा सीटों पर भी इसका जबरदस्त प्रभाव पड़ेगा।
जोधपुर क्षेत्र में सूरसागर व जैतारण में वैष्णव समाज के सर्वाधिक वोट है तथा यहां से हमारे समाज की टिकट हेतु प्रबल दावेदारी भी है अतः आप श्रीमान् से निवेदन है कि वैष्णव समाज के व्यक्ति को टिकट हेतु आप टिकट वितरण समिति को अनुशंसा करावें। हम आपको पूर्ण विश्वास दिलाते हैं कि सम्पूर्ण राजस्थान में वैष्णव समाज पार्टी के पक्ष में मतदान करेगा।