33 C
Jodhpur

सरकारी स्कूलों में बनाए जा रहे हैं बच्चों के चाइल्ड राइट्स क्लब के बोर्ड

spot_img

Published:

  • चाइल्ड राइट्स क्लब- बाल श्रम मुक्त करवाने, बाल विवाह रुकवाने, शोषित बच्चों की सहायता करने, स्कूल से जोड़ने और अधिकाधिक पौधरोपण करने का कार्य करेंगे

भोपालगढ़। बच्चों की देखरेख और उनके अधिकारों के प्रति अवेयरनेस और समाज में बदलाव के लिए अब स्कूलों में चाइल्ड राइट्स क्लब के बोर्ड बनाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने डीईओ माध्यमिक एवं प्राथमिक को इस संबंध में में निर्देश जारी किए हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता के बाल विभाग की ओर से यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिसके अंतर्गत सरकारी विद्यालयों के बच्चों के क्लब का गठन कर गतिविधियां शुरू कर दी गई है। प्रथम चरण में उच्च माध्यमिक विद्यालयों के साथ मिडिल स्कूलों काे भी शामिल किया गया है। इनमें 25 बच्चों का एक ग्रुप बनाकर क्लब गठित किया जा रहा है। क्लब संचालक बच्चों को बाल अधिकारों की गाइड लाइन समझाकर जागरूक करेंगे। बच्चों को अपने अधिकारों की संबंधित बाल संवाद पुस्तक दी जा रही है। जिसके तहत सप्ताह में अंतिम दिन एक दिन बाल शोषण, बाल विवाह, बाल श्रम संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। स्कूल प्रिंसिपल, सचिव, प्रभारी क्लब को संचालित करेंगे। क्लब की गतिविधियों को बेहतर बनाने, प्रतियोगिताओं में भाग लेने, बाल श्रम में लगे बच्चों को मुक्त करवाने, बाल विवाह रुकवाने, शोषित बच्चों की सहायता करने, भिक्षावृति से मुक्त करवाने, स्कूल से जोड़ने और अधिकाधिक पौधरोपण करने वाले बच्चों को समय-समय पर पुरस्कृत किया जाएगा। क्लब और बाल संवाद पुस्तक में चाइल्ड लाइन की हेल्पलाइन के बारे में बताया जाएगा।मंजूलता आसोपा प्रधानाचार्य, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सोयला का कहना है कि पहली बार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सोयला में विद्यार्थियों का 25 सदस्यीय चाइल्ड राइट्स क्लब गठित किया गया। जिसका विद्यालय के बोर्ड पर क्लब के सभी सदस्यों का पेंटर रामपाल प्रजापत खेड़ापा द्वारा नाम लेखन पेंटिंग कार्य करवाया जा रहा है।

[bsa_pro_ad_space id=2]
spot_img
spot_img

सम्बंधित समाचार

Ad

spot_img

ताजा समाचार

spot_img