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भक्तमाल कथा श्रवण से होती है पुण्य की प्राप्ति- संत सुखदेव महाराज

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  • रजलानी के बाबा छोड़सिंह गौशाला में चल रही श्री भक्तमाल कथा की पूर्णाहुति आज

भोपालगढ़। उपखंड क्षेत्र के रजलानी गांव स्थित बाबा छोड़सिंह गौशाला में गौसेवार्थ सप्त दिवसीय श्री भक्तमाल कथा में सोमवार को रजलानी सहित आसपास के गांवों के सैकड़ों नर नारी श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रवचन सुनेऔर श्री भक्तमाल कथा की पूर्णाहुति आज होगी।गौशाला संचालक छगनदास शर्मा व सुनील पाड़ीवाल ने बताया कि रजलानी स्थित बाबा छोड़सिंह गौशाला प्रांगण में गौसेवार्थ सप्त दिवसीय श्री भक्तमाल कथा के छठे दिन कथाव्यास दरियाव आश्रम कुचेरा के युवा संत सुखदेव महाराज ने श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कहा कि श्री भक्तमाल कथा व भागवत गीता में कहा गया है कि बहुत से शास्त्र सुनने से कोई लाभ नहीं होता हैं बल्कि इससे तो व्यर्थ का भ्रम बढ़ता है। भोग और मुक्ति के लिए तो एकमात्र भक्तमाल शास्त्र ही पर्याप्त है। फल की दृष्टि से भागवत व भक्तमाल की समानता गंगा हरिद्वार, काशी, पुष्कर या प्रयाग जैसे कोई भी तीर्थ नहीं कर सकता है। भक्तमाल व भागवत कथा का श्रवण करने से ही मनुष्य को पुण्य की प्राप्ति हो जाती है। मानव जगत जनमानस में भागवत का विशिष्ट स्थान है।

भोलाराम महाराज जीवित समाधि स्थल देवरीधाम उत्तराधिकारी युवाचार्य रामदास शास्त्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण भक्तमाल व भागवत में ही वास करते हैं। जो व्यक्ति भागवत व भक्तमाल कथा का श्रवण करते हैं उनके पाप, ताप, संताप जैसे सभी कष्ट मिट जाते हैं। मनुष्य का जीवन बड़े भाग्य से मिलता है इसलिए इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। मनुष्य को भगवत भजन में ध्यान लगाना चाहिए, इसी में मनुष्य का उद्धार है।

श्री भक्तमाल कथा के दौरान लांबा जाटान आश्रम महंत लक्ष्मणदास महाराज, गुलाबसागर जोधपुर के रामस्नेही संत श्रवणराम महाराज, शिवनाथ धूणा रजलानी की साध्वी सुखिया बाई, जय हरिडूंगरी आश्रम के संत श्रवण बापू सहित कई संत महापुरुषों ने प्रवचन देते हुए भजनों की सरिता बहाई। इस मौके पर गौशाला संचालक छगनदास शर्मा, मांगीलाल पाड़ीवाल, सुगनाराम गिला, मेहराम गुर्जर, पूर्व सैनिक अमरसिंह पाड़ीवाल, खींयाराम गुर्जर, प्रेमाराम गिला, मांगीलाल गोदारा,महेंद्र खुड़खुड़िया, कुलदीप पिंटू टेलर, इन्द्रसिंह गुर्जर,भगाराम देवासी, रामप्रसाद शर्मा, जोगाराम सुथार, बुधाराम सुथार, घनश्याम शर्मा, रामप्रकाश सुथार सहित सैकड़ों नर नारी श्रद्धालु मौजूद रहे।

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