चोरी करने के लिए चोर नाना प्रकार के उपाय रचते हैं। लेकिन राजस्थान के झालावाड़ में चोरी करने के लिए चोरों ने कुछ ऐसा किया जिसे सुनकर सब हैरान हैं। चोरी करने के लिए चोर लग्जरी कार में बैठकर आते थे। चोर बहरूपिया बनकर रेकी करते थे। पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया कि बहरूपिया बन चोरी करने वाले कुख्यात अपराधियों के गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंड समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया है।
पुलिस ने बताया कि चोरों के इस गैंग के सरगना अशोक गायरी (40) पर कुल 14 मुकदमे दर्ज हैं। अशोक के साथ उसके दो साथी सूरज (20) और कालू (30) भी अरेस्ट किए गए हैं। पुलिस से पूछताछ के दौरान सरगना ने चोरी की कई वारदातों को कबूल किया है। चोरों का ये गैंग सिर्फ एक राज्य तक सीमित नहीं थे। ये कई राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
पिछले साल 29 दिसंबर को सिरपोई के रहने वाले जसवंत सिंह ने पुलिस से चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। उनके सूने पड़े मकान से चोरों ने दो लाख रुपए के गहने चुरा लिए थे। उसी रात उनके मोहल्ले के करीब 5-6 घरों के ताले चोरों ने तोड़े थे। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया। कई जगहों से चोरी की शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे करते थे चोरी
पुलिस ने बताया कि गैंग में शामिल कालू सिंह दिन में बहरूपिया बन मोहल्लों की रेकी करता था। वो उन मकानों का पता लगाता था जहां कोई रहता न हो। साथ ही कालू यह भी ध्यान रखता था कि जिन इलाकों में वो चोरी करने जा रहे हैं वहां सीसीटीवी कैमरा न लगा हो। घरों का पता लगाने के बाद वो गैंग के सरगना अशोक को पूरी जानकारी देता था। उसके बाद तीनों लग्जरी कारों से घटना को अंजाम देने पहुंचते थे। चोर लग्जरी कार को घरों से काफी दूर खड़ा करते थे। वहां से वो पैदल चोरी करने जाते। चोरी करने के बाद लग्जरी कार में सवार होकर वहां से फरार हो जाते। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।