राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश व्यापी दौर कर चुनाव से पहले जनता की नब्ज टटोल रहे हैं। पांच जिलों के दौरे के बाद अन्य जिलों का रोडमैप भी तैयार किया जा रहा है। सीएम गहलोत ने शुक्रवार को पांच जिलों पाली, जोधपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर का दौरा किया। उदयपुर में मेवाड़-वागड़ के मंत्रीगणों, विधायकगणों, जिलाध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों एवं प्रमुख नेतागणों के साथ मुलाकात कर आगामी रणनीति को लेकर विस्तृत चर्चा की। इसे चुनावी तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है। इस दौरान सीएम ने लोगों से बात की। योजनाओं का फीडबैक लिया। कार्यक्रमों का शुभारंभ और लोकार्पण किया। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान से संकेत मिल गए गए है। नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। चुनाव सीएम गहलोत के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। विधानसभा चुनाव में जीत-हार की जिम्मेदारी सीएम गहलोत की रहेगी। शायद यही वजह है कि सीएम गहलोत प्रदेश व्यापी दौरे कर रहे हैं। सीएम गहलोत के जिला दौरे को बीजेपी की जन आक्रोश रैली के जवाब के तौर पर माना जा रहा है। बता दें, राजस्थान बीजेपी गहलोत सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदेश भर में जिले वार जन आक्रोश रैली का आयोजन कर ही है। गहलोत के दौरे को चुनावी तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि 17 दिसंबर को अपने 4 साल पूरे कर चुकी गहलोत सरकार अपने 4 साल के कार्यकाल के दौरान किए गए विकास के कामों और उपलब्धियों को आमजन तक पहुंचाने में जुटी हुई है। 17 दिसंबर से लेकर 28 दिसंबर तक प्रदेश, जिला, ब्लॉक और ग्रामीण स्तर तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।बता दे, राजस्थान में इसी साल 2023 के अंत में चुनाव होने है। ऐसे में सीएम गहलोत विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर वोटर्स को साधने का प्रयास कर रहे हैं। नए साल की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मतदाताओं को साधने पर फोकस कर दिया है। साथ ही जिलों के दौरे भी अब तेज कर दिए हैं। जिलों के दौरे के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मतदाताओं की नब्ज भी टटोल रहे हैं।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सरकार के चार साल पूरे होने पर सभी मंत्रियों को अपने-अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा करने के निर्देश दिए थे। सीएम गहलोत ने खुद जिलों का दौरा कर मंत्रियों को संकेत दिया है कि उन्हें भी जिलों का दौरा करना होगा। सरकार के कामकाज की जानकारी लोगों को बतानी होगी। सीएम गहलोत ने कहा कि औद्योगिक विकास की दृष्टि से राजस्थान का सुनहरा भविष्य है। इन्वेस्ट राजस्थान में 11 लाख करोड़ रुपए के एमओयू होने भी शुभ संकेत हैं। औद्योगिक इकाइयों का जाल बिछ रहा है। रिफाइनरी का काम हो रहा है। खजूर, अनार की खेती हो रही है। हर ब्लॉक में रीको के औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हो रहा है। इससे इकाइयां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसरों में अभिवृद्धि होगी। स्टार्टअप्स और आईटी से युवाओं को फायदा मिलेगा। दिल्ली-मुम्बई कॉरिडोर से व्यवसायियों को फायदा मिलेगा। आने वाले समय में रोहट में बहुत बड़ा औद्योगिक परिक्षेत्र विकसित होगा।राजस्थान हैप्पीनेस इंडेक्स में आगे है। राज्य में जनकल्याणकारी योजनाओं और नीतियों के चलते जीडीपी ग्रोथ में भी राज्य देश में दूसरे नंबर पर आ गया है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख तक के निःशुल्क इलाज के प्रावधान से आमजन को राहत मिल रही है। इसमें 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा भी शामिल है।