– लगातार हो रही किरकिरी के बाद सरकार का सख्त एक्शन, आरएएस नवनीत कुमार छह माह ही रह पाए जोधपुर में
जोधपुर। धर्मार्थ जमीन के मामले में जेडीए के अफसरों की बड़ी धांधली से सरकार की किरकिरी कराने के बाद पाक विस्थापितों को बेदखल करने के कदम से नाराज राज्य सरकार ने जोधपुर विकास प्राधिकरण के कमिश्नर नवनीत कुमार को एपीओ कर दिया। उल्लेखनीय है कि पाक विस्थापितों के आशियानों पर बुलडोजर चलाने का मुद्दा देशभर में चर्चाओं में है। इस मामले में जेडीए अफसरों द्वारा संवेदनशीलता नहीं दिखाने के चलते राज्य सरकार भी पशोपेश की स्थिति में आ गई थी।
उल्लेखनीय है कि आरएएस अधिकारी नवनीत कुमार ने करीब 6 महीने पहले ही जेडीए आयुक्त का कार्यभार ग्रहण किया था। इन छह महीनों में जेडीए द्वारा एम्स के निकट स्थित 56 बीघा भूमि, जिसे करीब 54 वर्ष पहले आयुर्वेद औषधालय के नाम पर सरकार ने निशुल्क आवंटित किया था, उस धर्मार्थ जमीन को अकृषि में परिवर्तित करके बेचने का खेल खेला गया था, उसके पट्टे तक जारी कर दिए गए। इस मामले का खुलासा होने के बाद जेडीए के एक उपायुक्त को निलंबित भी किया गया था। यह प्रकरण पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था, कि गत दिनों जेडीए ने चौखा इलाके में पाक विस्थापितों के आशियानों पर बुलडोजर चला दिए थे। इससे दर्जनों परिवार खुले में रात गुजारने को मजबूर हो गए। पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत पहुंचे इन विस्थापितों पर बिना किसी पूर्व नोटिस के कार्रवाई को लेकर जेडीए के साथ-साथ सरकार की मंशा पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं। इसके बाद सरकार ने सख्ती दिखाते हुए आयुक्त को एपीओ कर उनका मुख्यालय जयपुर कर दिया।