मतोड़ा। थाना क्षेत्र के मोटाणियानगर सरहद के ग्राम लाखेटा में एक कृषि कुएं पर आपसी जमीनी विवाद को लेकर एक झोंपड़ी को आग लगाने का मामला सामने आया, वहीं घटना का विडियों भी सोशल मीडिया पर पूरे दिन वायरल हो रहा था, जिसमें घटना का अंजाम पुलिस की मिली भगत पर लगाने के आरोप लग रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियों की सत्यता की जांच के लिए हमारे संवाददाता ने मतोड़ा थानाधिकारी अचलाराम ढाका से बात करने पर उन्होंने बताया कि मोटानियानगर निवासी पेमीदेवी पत्नी पूनाराम विश्नोई ने दो दिन पूर्व जिला पुलिस अधीक्षक फलोदी के समक्ष उपस्थित होकर परिवाद पेश कर बताया की मेरे लड़को ने कृषि नलकुप व खेत पर कब्जा कर रखा हैं, जबकि पुत्रों द्वारा न तो भरण पोषण दिया जा रहा हैं और ना ही जमीन से मिलने वाला इजारा दे रहे, न ही नलकूप पर रखी सामग्री को दे रहे हैं। मुझ प्रार्थिया के उपर लाखों रूपयें का कर्ज हो गया, इसलिए मैं नलकुप का सामान रिश्तेदार श्रवण को बेचकर कर्ज उतारना चाहती हूं, लेकिन मेरा पुत्र महिपाल को छोड़ कर बाकि लड़के सामान निकालने नही दे रहे है। परिवादी जो अपना सामान लेने के लिए खेत में ट्रेक्टर, ट्रॉली व लोरिंग मशीन लिए खड़े थें। परिवादी की जांच को लेकर रविवार को मतोड़ा एसएचओ ढाका मय जाब्ता मौके पर पहुंचे उससे पहले पुलिस की गाड़ी को आते देख पीड़ित महिला के पुत्रों ने स्वंय घर के बाहर बने झोंपडे को आग लगा दी तथा छपरे के बाहर रखे कीटनाशक का डिब्बा लेकर रमेश उर्फ ओमाराम द्वारा पीने का भी मामला सामने आ रहा हैं। ढाका ने बताया कि रमेश उफ़र् ओमाराम का सीएचसी हॉस्पीटल ओसियां में उपचार के बाद डॉक्टरो ने एमडीएम हॉस्पीटल जोधपुर रैफ़र कर दिया।