जोधपुर। भारतीय सेना का हिस्सा बनने का ख्वाब लेकर हरियाणा से जोधपुर आए एक 25 वर्षीय युवक ने सेना के ही अधिकारियों की कथित प्रताड़ना से तंग आकर जोधपुर में जान दे दी। अभी उसकी नौकरी लगे ढाई माह ही हुए थे। पिता इस आरोप के साथ पुलिस में एक मेजर व मिलिट्री हॉस्पीटल के तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज करवाया है।
मृतक के पिता रेवाड़ी निवासी रेवाड़ी निवासी ओम प्रकाश यादव ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उनका पुत्र आकाश एक मई को ही एसएचओ एमएच (मिलिट्री हेल्थ स्टेशन हेल्थ आर्गनाइजेशन) जोधपुर में हैल्थ इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त हुआ था। इसके बाद जून माह से मेरे लड़के को मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा था। जिसमे मेजर विष्णु प्रसाद, सुप्रीडेन्ट हेल्थ कैन्हयालाल, विवेक एसकेटी (एएमसी) व कैप्टन हरिकृष्णा द्वारा मेरे बेटे से अपना प्रोजेक्ट कार्य कार्यालय समय से पहले व बाद में करवाता जाता था। मेरे बेटे ने इस अतिरिक्त कार्य के बदले में सीओएफ मांगी थी। इस पर मेजर विष्णु प्रसाद ने धमकी देकर भगा दिया आैर अगले दिन सजा के तौर पर साइकिल से फील्ड में जाने का आदेश जारी कर दिया, जबकि ट्रेंडमैन गाड़ी से फील्ड मे जाते थे। यही नहीं, विवेक ने कार्यालय से धक्के देकर बाहर कर दिया। मेरे बेटे को धमकी दी गई। कैन्हयालाल सुप्रीडेन्ट ने मेरे बेटे के खिलाफ जबरदस्ती कैप्टन हरिकृष्णा से 17 जुलाई 2023 को नोटिस निकलवा कर कार्यालय में सभी के सामने अपमानित किया। इसके बाद कैप्टन हरिकृष्णा ने 24 जुलाई को अपने कार्यालय में बुलाकर प्रताड़ित किया। वहीं, विवेक के द्वारा की गई बदतमीजी पर कोई कार्यवाही नही की गई। मेरे बेटे ने कैप्टन हरिकृष्णा को विवेक के बारे मे बता दिया था। इन सभी ने गिरोह बनाकर बार-बार जानबूझकर मेरे बेटे को अपमानित किया व मानसिक तौर प्रताड़ित किया। इनसे तंग आकर उसने मौत का कदम उठाया। मुझे बताया गया कि आकाश ने 27 जुलाई की शाम साढ़े सात से आठ बजे के बीच राईका बाग रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के आगे आकर सुसाइड कर लिया है। मृतक के पिता ने रातानाडा थाने में शिकायत दी, जिस पर मामला जीआरपी के क्षेत्राधिकार में होने से वहां एफआईआर दर्ज हुई है।

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