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युरोप ने भी माना जोधपुर की बेटी अश्मी श्रीमाली की प्रतिभा का लोहा

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– पोलैंड फॉक फेस्टिवल में दुनियाभर के 400 प्रतिभागियों ने लिया था हिस्सा
– भारतीय समूह में सबसे कम उम्र की श्रीमाली ने बनाई अलग पहचान

नारद जोधपुर। दुनिया के कई देशों के तकरीबन 400 आर्टिस्ट पिछले दिनों युरोप के पोलैंड में आयोजित इंटरनेशनल फॉक फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुंचे, लेकिन इन सबमें अपनी अलग पहचान बनाई जोधपुर की बेटी अश्मी श्रीमाली ने अपने लोक नृत्य और भरतनाट्यम की प्रतिभा का प्रदर्शन कर जोधपुर ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन किया। । 28 जून से 13 जुलाई तक चले इस फेस्टिवल में सेनेगल, मेक्सिको, थाईलैंड, रोमानिया, मरोको, मैसिडोनिया, चैक, सर्बिया, ग्रुज्जव सहित अन्य देशों के प्रतिभागियों ने शिरकत की, तो इनमें भारत से 22 प्रतिभागी भी शामिल थे। इस भारतीय ग्रुप में अश्मी सबसे कम उम्र की प्रतिभागी थी।

पोलैंड के शहरों में गूंजा…घूमर और पल्लो लटके

इस दौरान पोलैंड देश के विभिन्न शहरों में प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिनमें सभी देशों के प्रतिभागियों ने अपने-अपने देश को रिप्रजेन्ट किया। इस दौरान अश्मी श्रीमाली द्धारा पोलैंड के विभिन्न शहरों में विभिन्न लोक नृत्य घूमर, पल्लो लटके, गरबा जैसे अनेक मारवाडी नृत्यों में अपनी प्रतिभा दिखायी गयी। अश्मी श्रीमाली ने भरतनाटयम की शिक्षा दिल्ली से ग्रहण की है तथा राजस्थान के लोक नृत्य में भी बुलंदिया हासिल की है। अश्मी श्रीमाली को भरतनाटयम नृत्य के लिये पूर्व में अनेकों बार सम्मानित भी किया जा चुका है। सुश्री अश्मी श्रीमाली ने भरतनाटयम की सम्पूर्ण शिक्षा अपने गुरू डाॅ. सरोजा वैध्यनाथन से हासिल की है। अश्मी श्रीमाली के विदेश से आने पर आज रेलवे स्टेशन जोधपुर पर गणमान्य व्यक्तियों द्वारा ढोल नगाडों के साथ भव्य स्वागत किया गया।

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