भोपालगढ़ | गणगौर पर्व गुरुवार को श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया। इस मौके पर घरों और मंदिरों में महिलाओं ने मिट्टी से बनाई गई गणगौर और ईसरजी की प्रतिमाओं की पूजा की। साथ ही गणगौर माता को मेहंदी, हल्दी, ज्वारे चुनरी भेंट कर मैदा आटे के बने मीठे तीखे गुणे का भोग लगाया गया।सामाजिक कार्यकर्ता शिंभू भाई प्रजापति एवम मूला राम प्रजापति ने बताया कि श्रृंगार के प्रतीक इस त्यौहार पर मंगलवार को महिलाओं ने समूह बनाकर गणगौर माता के गीत भी गाए। हाथ में पूजा की थाली लिए और सोलह श्रृंगार से सजी महिलाओं ने गणगौर माता की पूजा अर्चना कर पति की लंबी उम्र और देश प्रदेश एवम घर में खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस दौरान महिलाओं ने गौरी माता की कथा सुनाई।नीलकंठ दिव्यांग सेवा समिति के अध्यक्ष मूला राम प्रजापति ने बताया कि नवरात्र के तीसरे दिन यानी चैत्र मास शुल्क पक्ष की तीज के दिन गणगौर माता यानी मां पार्वती की पूजा की जाती है।