जोधपुर/ओसियां/चेराई। ग्रामीण पुलिस के ओसियां थाना क्षेत्र के गांव चेराई रामनगर में रहने वाले एक ही परिवार के चार लोगों की जघन्य हत्या कांड का चंद घंटों में खुलासा करते हुए ग्रामीण पुलिस ने एक युवक को पकड़ा है। आरोपी मृतक परिवार का ही निकट रिश्तेदार है। इनके बीच जमीन को लेकर रंजिश चल रही थी। इसके अलावा आरोपी के एक भाई की सूरत में संदिग्ध हालात में मौत को लेकर भी आरोपी द्वारा मृतक के परिवार पर संदेह जताया जा रहा था। संभवतया इन्हीं कारणों को लेकर वो रंजिश पाले हुए था।
आईजी (जोधपुर) जय नारायण शेर ने बताया कि ओसियां थानांतर्गत रामनगर ग्राम पंचायत की गंगाणियों की ढाणी में रहने वाले एक परिवार के एक पुरूष, दो महिलाओं के साथ छह माह की मासूम बच्ची की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बाद झोंपड़ें में आग लगा दी गई। बुधवार अलसुबह हुई इस वारदात जानकारी मिलने पर ओसियां पुलिस मौके पर पहुंची। तत्पश्चात ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव भी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में किसी परिचित का हाथ होने की आशंका सामने आई थी। इसके लिए अलग-अलग टीमें जांच में लगी और दोपहर होते होते पुलिस ने मृतक के निकट रिश्तेदार पप्पूराम पुत्र भैराराम बैरड़ दस्तयाब किया। प्रारंभिक पूछताछ में उससे चारों की हत्या करना सामने आया, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूरत में भाई की संदिग्ध मौत या जमीन विवाद की रंजिश!
एसपी (ग्रामीण) धर्मेंद्रसिंह यादव ने बताया कि प्रारंभिक स्तर पर यही सामने आ रहा है कि आरोपी के परिवार और मृतक परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसके साथ ही आरोपी अपने एक भाई की सूरत में संदिग्ध हालात में मौत को लेकर भी उसमें मृतक परिवार की भूमिका संदिग्ध मान रहा था। ऐसे में कोई रंजिश पाले जाने की आशंकाएं सामने आ रही है। ऐसे में उससे गहनता से पूछताछ के बार ही किसी निष्कर्ष तक पहुंचा जाएगा।
चार शव मिलने से फैली सनसनी
जघन्य तरीके से हुई हत्या की खबर बुधवार अलसुबह जैसे ही फैली, मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। एक मासूम बच्ची, दो महिलाओं और एक पुरुष की जिस तरीके से हत्या की गई थी, उससे हर कोई स्तब्ध था। इनमें परिवार के मुखिया पूनाराम बैरड़ (55), उनकी पत्नी भंवरीदेवी (50), पुत्रवधु धापू (24) और 6 माह की पौती मनीषा के शव मिले हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्रसिंह यादव सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एफएसएल, डॉग स्क्वायड के साथ डीएसटी भी जांच में जुटी है।