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JPNT में करोड़ों का घोटाला, दो ट्रस्टी, काेषाध्यक्ष व आठ कंपनियों के खिलाफ FIR दर्ज

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जोधपुर। आखिरकार जोधपुर प्रदूषण निवारण ट्रस्ट JPNT में करोड़ों के घोटाले का मुकदमा दर्ज हो ही गया। बीते कई सालों से ट्रस्टी, प्रबंधन से जुड़े लोग कंपनियों व एजेंसियों के माध्यम से करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर रहे थे। ट्रस्ट में वित्तीय अनियमित्ताओं की जांच होने के बाद अब पूर्व मैनेजिंग ट्रस्टी जी.के. गर्ग, कार्यकारी ट्रस्टी ज्ञानीराम मालू, कोषाध्यक्ष मनोहर खत्री व आठ फर्मों को आरोपी मान कर विवेक विहार थाने में रिपोर्ट दी गई है।
दरअसल, ट्रस्ट से जुड़े घपलों की जांच के लिए जिला कलेक्टर ने 5 अप्रेल को समिति का गठन किया था। प्रशासनिक स्तर पर करवाई गयी जाच एवं जे.पी.एन.टी के एस.पी. वी. आर.एस.एस. आर.ए. द्वारा गठित आन्तरिक जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने घोटाले की पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाने को कहा था। जिला प्रबोधन समिति की सदस्य सचिव शिल्पी शर्मा की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि JPNT से जुडी सभी इकाइयों को प्रतिमाह वाटर सेस ट्रस्ट में जमा करना होता है। पूर्व मैनेजिंग ट्रस्टी गर्ग की खुद की 2 स्टील की फैक्ट्री गणपति स्टील एवं बी.पी.बी इंडिया का ही वर्ष 2021-23 तक का बकाया सेस 2 लाख 20 हजार 547 रुपये आज दिन तक उनके द्वारा ट्रस्ट में जमा नहीं कराया गया है, जो की नियमो के विरुद्ध है।
जे.पी.एन.टी के सिविल कार्यो का निरीक्षण गत अप्रेल में सावर्जनिक निर्माण विभाग, जोधपुर के अधिकारियो द्वारा किया गया। जांच में पाया गया की उक्त कार्य में जे.पी.एन.टी द्वारा 6 सिविल कार्यों का भुगतान राशि रूपये 1.26 करोड़ किया गया जबकि सावर्जनिक निर्माण विभाग की वर्तमान प्रचलित बी.एस.आर से गणना करने पर इसकी लागत 1.16 करोड़ ही पाई गई। ट्रस्ट ने 10 लाख से ज्यादा का अधिक भुगतान किया गया।
ट्रस्ट की स्टील वर्टिकल (जे.पी.एन.टी की स्टील प्लांट की लाइन) साइट पर विभिन्न निर्माण, संरचनात्मक कार्य और मरम्मत किए गए थे, जिसमें लागत से अधिक रुपये 1.34 करोड़ का भुगतान किया गया, जो की लागत से 120 प्रतिशत ज्यादा है। ट्रस्टियों ने कई फर्जी बिल बनवाए जिनमें कार्य हेतु भेजी गयी सामान की मात्रा को दर्शाया ही नहीं गया।
कई विक्रेताओं ने जो बिल भेजे हैं वो GST के अधीन पंजीकर्त ही नहीं है व इनका भुगतान GST सहित दिया गया है जो की नियमो के विरुद्ध है।
इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन जो स्टील वर्टिकल (जे. पी. एन.टी की स्टील प्लांट की लाइन) साइट पर हुआ, उसमें भी 73 लाख 71 हजार 175 रुपए का अधिक भुगतान किया गया है। बिलों में लिखे गए कई उपकरण साइट पर इनस्टाल ही नहीं हुए।
नवंबर 2008 में JPNT में 500KW का एक ट्रांसफार्मर लगाया गया। यही ट्रांसफार्मर 21 अगस्त 2022 को जे.पी.एन.टी. परिसर से बाहर भेजा गया था जिसकी जगह एक अन्य ट्रांसफार्मर लगाया गया जो की साइज क्वालिटी और कैपेसिटी के मामले में पिछले ओरिजिनल ट्रांसफार्मर से अलग व हल्का था। इसके लिए रूपये 360638 का भुगतान मैसर्स जोधपुर पावर इंजिनीरिंग को किया गया।
जे.पी.एन.टी द्वारा रुपये 277125 का अधिक भुगतान जनरेशन सेट लगाने के लिए किया गया था जो कि विक्रेता मैसर्स एवेरेस्ट ट्रेडर्स एवं एन्जिनीर्स प्राइवेट लि. भंडारी बिल्डिंग प्रथम ए रोड सरदारपुरा, जोधपुर द्वारा दिए गये कोटेशन से अधिक था।
आरोपियों अधिकारियों व विक्रेताओं की मिलीभगत से कई फर्जी बिल अलग-अलग लोगो व दुकानदारों / इकाइयों के नाम से जारी किये गए जबकि असल में वो काम या सामान कभी जे.पी.एन.टी में लगाया या उपयोग में ही नहीं लिया गया।
आरोपियों ने मिलकर 68.39 लाख रुपए का घपला फर्जी गलत बिल बनाकर अभ्युक्त अधिकारियो द्वारा खुद को निजी लाभ पहुंचाया गया।
जांच में पता चला कि मैसर्स कृष्णा इलेक्ट्रो को 6 लाख, मैसर्स श्याम लाल को रुपये 9 लाख व मैसर्स सोपिएन्ट टेक्नोकंसल्टेंट्स को 5 लाख रुपए का एडवांस भुगतान किया गया, जबकि जे.पी.एन.टी के पास इनका कोई बिल बकाया ही नहीं था।
ट्रस्ट ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी CSR के नाम पर वर्ष 2020-21 में 14.36 लाख, वर्ष 2021-22 में रुपये 28.88 लाख व वर्ष 2022-23 में रुपये 27.10 लाख रुपए का कार्य करना बताया। बिलों की जांच की तो खुलासा हुआ कि खर्चा दिखाने के लिए पेश किए गए बिल और बैलेंस शीट में लिखे गए अमाउंट मेल ही नहीं खा रहे।
JPNT द्वारा विज्ञापन व पब्लिसिटी के नाम पर 9.82 लाख का भुगतान किया गया है जो की ट्रस्ट के विज्ञापन व पब्लिसिटी कार्य से संबंधित ही नहीं है व निजी इकाइयों से संबंधित है।
ट्रस्टियों ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में रूपये 30 लाख, वित्तीय वर्ष 2021-22 में 30 लाख और वित्तीय वर्ष 2022-23 (दिसम्बर तक) में 29.50 लाख रुपए कैश निकासी दर्शायी है जो की संदेहयस्पद है।
इनके खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट

  1. जी. के. गर्ग, पूर्व मैनेजिंग ट्रस्टी
  2. ज्ञानीराम मालू, कार्यकारी ट्रस्टी
  3. मनोहर खत्री, कोपाध्यक्ष
  4. मैसर्स विकास स्टील भादू मार्केट पाल रोड, पाल, जोधपुर
  5. मैसर्स कृष्णा इलेक्ट्रो, के-02 भगत की कोठी विस्तार योजना, जोधपुर
  6. मैसर्स जोधपुर पॉवर एन्जिनीर्स एफ-64 बोरानाडा इंडस्ट्रियल एरिया द्वितीय चरण, जोधपुर
  7. मैसर्स दिलीप, सांगरिया बाईपास रोड चौराहा, सालावास रोड, जोधपुर
  8. मैसर्स क्वालिटी ट्रोलिक प्राइवेट लि. ए -5/1 लोनी रोड इंडस्ट्रियल एरिया, मोहननगर गाजियाबाद
  9. मैसर्स वर्धमान इंफोस, एफ-328 मंडिया रोड, पाली
  10. मैसर्स श्याम लाल मेघवाल पुत्र श्री मोटा राम 280, कुम्हारों का वास सांगरिया फांटा, महावीर नगर, जोधपुर
  11. मैसर्स एवेरेस्ट ट्रेडर्स एवं एन्जिनीर्स प्राइवेट लि. भंडारी बिल्डिंग प्रथम ए रोड सरदारपुरा, जोधपुर

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