– पुल व पाइप लाइन बढ़े, तो मिलेगी ग्रामीणों को राहत
नारद बोरुंदा। बोरुंदा कस्बे से हरजीनाडा होकर गढसूरिया जाने वाली मुख्य सड़क पर भेर यानी छोटी नदी पर रोड निर्माण के दौरान दो छोटे-छोटे पुल बनाकर कार्य किया जा रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों ने दस-बारह पुल या फिर 1 किलोमीटर में पूर्व की भांति रपट की ही मांग की है।
ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर, जिला अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, उपखंड अधिकारी पीपाड़ व तहसीलदार पीपाड़ को भेजे गए ज्ञापन में बताया कि बोरुंदा से गढसूरिया की तरफ भेर छोटी नदी जो कि जोजरी नदी की सहायक नदी है। में पानी की आवक बहुत ज्यादा होती है जो कि लगभग 1 किलोमीटर लंबाई में बारिश के दौरान रपट पर पानी करीब 4 से 6 फीट चढाई में पानी चलता है। यह पानी 250 वर्ग किलोमीटर के अपवाह क्षेत्र का पानी आता है जिसमें निकटवर्ती रणसीगांव, हरियाढाणा, सोवनिया, भाकरों की ढाणी, पटेलनगर व कुरड़ाया क्षेत्र का पानी आता है। इस क्षेत्र में दो बांध व दो चेक डैम बने हुए है। एक किलोमीटर की लंबाई में केवल दो बॉक्स (पाईप) लगाए जा रहे है। जिसमें इतना सारा पानी नहीं निकल सकता है इसको लेकर सीधा-सीधा आपदा को निमंत्रण है ज्ञापन में बताया कि दो छोटे पुल की बजाय 10 या 12 पुल या 1 किलोमीटर भेर छोटी नदी क्षेत्र में पाइपलाइन डालकर वर्षा का पानी का उचित निकासी प्रबंध किया जाए तो आने वाले दिनों में पानी निकासी को लेकर कोई आपदा नहीं होगी। कलेक्टर सहित उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देकर या तो पूर्व की भांति 1 किलोमीटर रपट ही रखने या 10 या 12 पुल बनाने की मांग की है।