नारद चामू। कस्बे स्थित ठाकुर जी के मंदिर का निर्माण 176 वर्ष पहले लुखा जाती के जाटों के छः धड़ो व जाणी जाट भारमलाणी ने चंदा देकर करवाया था। यहा प्रतिवर्ष कृष्ण जन्माष्टमी पर रात्रि जागरण वह कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित होता है साथी मटकी फोड़ प्रतियोगिता भजन संध्या सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं। मंदिर का इतिहास 176 वर्ष पुराना है। 176 वर्ष पुराने मंदिर में गुरुवार को कृष्ण जन्मोत्सव पर आयोजित भजनों पर श्रदालु झूम उठे। गोदेलाई सरपंच रेवंतराम द्वारा भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें विभिन्न प्रकार की झांकियां वह मटकी फोड़ कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहे। भामाशाहों द्वारा सहयोग में बढ़ चढ़ कर भाग लिया गया। मटकी की बोली गुलाराम लुखा के परिवार द्वारा 11500 रु की लगाई गई। इस मौके पूर्व सरपंच नवलाराम, मूलाराम लुखा, राणाराम, हनुमान राम, जयचंद, नरूराम लुखा, सादुलाराम, हेमाराम प्रजापत, द्वारकादास वैष्णव, रेवंतरदास, हंसराज बिश्नोई, ताराचंद चांडक, श्रवण वैष्णव, परमेश्वर जोशी, मुकेश शर्मा, गोरखाराम, तिलोक चावड़ा, मगराज शर्मा सहित श्रदालु उपस्थित थे।