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सड़े तेल व क्रीम से बन रहा था नामी ब्रांड का नकली घी, जयपुर की टीम ने की जोधपुर में छापेमारी

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जोधपुर। शहर के बोरानाड़ा स्थित इंडस्ट्री एरिया में जयपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार देर रात नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री पर कार्रवाई की है। टीम ने धेनुश्री नाम से संचालित फैक्ट्री पर कार्रवाई कर चार हजार लीटर घी और साढ़े तीन हजार लीटर वनस्पति घी बरामद किया है। इस घी को बाजार में खपाने की तैयारी थी। इसके साथ ही फैक्ट्री से सड़ा हुआ तेल और क्रीम भी मिला है। फैक्ट्री में नकली घी बनाने की सूचना पर एडीजी दिनेश एमएन के नेतृत्व में टीम ने विवेक विहार थाना पुलिस को सूचना देकर फैक्ट्री पर दबिश दी। इस दौरान नकली घी बनाने का काम चल रहा था। टीम को फैक्ट्री में सरस, धेनुश्री, यश, राघव, सम्राट व भारत प्रोडक्ट सहित अलग-अलग ब्रांड के कार्टन व पाउच भी मिले हैं। टीम ने अलग-अलग पैक किए घी के सैंपल लिए। इनपुट पर क्राइम ब्रांच की टीम ने कार्रवाई की।

सात घंटे तक चली कार्रवाई

जानकारी के अनुसार जयपुर क्राइम ब्रांच की टीम को जोधपुर में बड़े स्तर पर नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री का इनपुट मिला था। इस पर गुरुवार रात को 9 बजे के करीब जयपुर से टीम में शामिल आईटी के आशाराम व इंस्पेक्टर सुभाषसिंह तंवर के साथ विवेक विहार थाना पुलिस ने धेनूश्री कम्पनी पर दबिश दी। टीम को वहां पर 4 हजार लीटर के करीब देसी घी व 3500 लीटर सड़ा हुआ वनस्पति घी मिला। यहां सुबह 4 बजे तक कार्रवाई चली। फैक्ट्री में माैजूद कर्मचारियों ने बताया- फैक्ट्री के प्रोपराइटर भजनलाल विश्नोई हैं। कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री मैनेजर ऋषि शर्मा मौके पर पहुंच गए थे।

अलग- अलग ब्रांड के मिले घी के खाली पैकेट, जिन्हें घी को पैक किया जाना था।

पैकिंग का पूरा प्लांट लगा रखा, एक ही नम्बर के चार ट्रक

जांच के दौरान टीम को सभी ब्रांड के बड़ी मात्रा में घी पैक करने का प्लांट मिला। साथ ही अलग-अलग ब्रांड के पैकेट भी मिले। आशंका है कि घटिया क्वालिटी के घी को यहां महंगे ब्रांड के पैकेट में पैक कर बाजार में बेचा जा रहा था। फैक्ट्री में सात ट्रक भी मिले हैं। इसमें एक ही नंबर के चार ट्रक भी मौके से मिले हैं। इनमें से चार ट्रकों पर एक ही सीरीज के नंबर पाए गए। वहीं तीन ट्रकों पर अलग-अलग नंबर थे। इसे लेकर पुलिस ने मैनेजर से पूछा तो कहा कि यहां पर गाड़ियों का कबाड़ पड़ा है और ये गाड़ियां चलती ही नहीं हैं। इसके कारण ही नबर प्लेट उतारकर दूसरी गाड़ी पर लगा दी गई। बताया जा रहा है कि जहां कार्रवाई हुई, वहां घी बनाने की फैक्ट्री संचालित हो र​ही थी। कहां से माल आएगा, कहां प्रोसेस होगा, कहां तैयार होगा, कहां पैकिंग की जाएगी व कहां से माल बाजार में जाएगा आदि की पुख्ता व्यवस्था थी। कार्रवाई में प्लास्टिक के 50 कंटेनर मिले। एक-एक कंटेनर में लगभग 35 किलो के करीब खराब व सड़ी हुई क्रीम भरी ​हुई थी।

फूड इंस्पेक्टर को मौके पर बुलाया

फैक्ट्री में मिले पाम ऑयल के टैंकर में रखा ऑयल तो तेलनुमा था, लेकिन जब उसमें कुछ बाहर निकालकर रखा तो कुछ ही देर में वह घी जैसा हो गया। ऐसे में पाम ऑयल के भी नकली होने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नकली घी के संदेह में देर रात फूड इंस्पेक्टर को भी मौके पर बुलाया गया। यहां से घी के अलग-अलग सैंपल लिए गए है। इनको जांच के लिए भेजा जाएगा। इसकी रिपोर्ट करीब 10 से 15 दिन में आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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