नारद लूणी। लूणी के पूर्व विधायक एवं पूर्व संसदीय सचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता जोगाराम पटेल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर जोधपुर शहर जिले की सीमा एवं शहर जिले में समाहित लूणी विधानसभा क्षेत्र को जोधपुर शहर जिले में रखने की मांग की हैं। पूर्व विधायक पटेल ने दर्जनों सुझावों व तर्कों के साथ मुख्यमंत्री को जनभावना से अवगत कराते हुए कहाकि भौगोलिक, व्यवहारिक एवं कानूनी दृष्टि से लुणी विधानसभा क्षेत्र एवं इसमें समाहित चारों तहसीलों को जोधपुर शहर जिले में सम्मिलित किया जाना अतिआवश्यक हैं। पटेल ने कहाकि नांदड़ी, नांदड़ा कल्ला, उचियारड़ा, झालामण्ड, कुड़ी भगतासनी, सांगरिया, पाल, बोरानाडा, गांगाणा, चौखा, गोलासनी व बड़ली सहित कई ग्राम पंचायतें या क्षेत्र पूर्ण रूप से शहर जिले में समाहित घनी शहरी आबादी क्षेत्र का हिस्सा हैं, इन क्षेत्रों को जोधपुर शहर जिले के क्षेत्र से अलग करना क्षेत्रवासियों के लिए भविष्य में परेशानियों का कारण बनेगा। विधानसभा क्षेत्र लुणी का अधिकांश भाग शहरी भाग होने से जोधपुर शहर जिले के साथ रखा जाना क्षेत्रवासियों के लिए उपयुक्त रहेगा।
पूर्व विधायक पटेल ने सीएम को लिखे पत्र में सुझावों के साथ यह भी दिए तर्क:
* विधि अनुसार तहसील का विखंडन संभव नहीं हैं, विधि के सुस्पष्ट प्रावधानों के अनुसार ग्राम, तहसील एवं जिले के गठन के दौरान किसी भी राजस्व ग्राम या तहसील को विखंडित नहीं किया जा सकता, लेकिन जोधपुर ग्रामीण जिले के गठन में जोधपुर तहसील को विखंडित किया गया हैं, उसका आधा भाग जोधपुर शहर जिले में और शेष भाग जोधपुर ग्रामीण में रखा गया हैं, जो किसी भी रूप में संभव नहीं है, एक तहसीलदार किसी दो जिला अधिकारियों के अधीन कार्य नहीं कर सकता है।
* लुणी विधानसभा क्षेत्र एवं उसमें समाहित चारों तहसीलों को जोधपुर शहर जिले के साथ रखने से दोनों जिलों की विधानसभाएं चार-चार बराबर बराबर हो जाएगी, जनसंख्या व एरिया भी लगभग बराबर-बराबर हो जाएगा, आमजन के हित में एक कॉम्पेक्ट एरिया बन जाएगा।
* यदि लुणी विधानसभा क्षेत्र में समाहित क्षेत्रों को जोधपुर शहर जिले के साथ रखा जाता हैं तो पुलिस स्टेशन कड़वड़, मंडोर, सुरसागर, राजीव गांधी नगर, झंवर, बोरानाडा व लूणी को जोधपुर कमिश्नेट से अलग करने की आवश्यकता नहीं रहेगी और जोधपुर कमिश्नरेट पुलिस यथावत् कार्य करता रहेगा।
* कृषि ऊपज मंडी समिति बासनी एवं अन्य मंडियों का प्रांगण जोधपुर शहर जिले में हैं, लेकिन इसके उपभोक्ता, मतदाता एवं एरिया जोधपुर ग्रामीण जिले में हैं, किसी एक मंडी को दो जिलों के अधीन नहीं किया जा सकता और विधानसभा क्षेत्र लुणी शहर जिले में रखने से यह मंडी यथावत् रह जाएगी, कोई परिवर्तन की आवश्यकता नहीं रहेगी। पंचायत समिति लुणी का मुख्यालय जोधपुर शहर जिले में हैं तथा इसमें समाहित समस्त ग्राम पंचायतें जोधपुर ग्रामीण जिले में आयी हुई हैं और जिलों के गठन में इसको दो भागों में विभक्त कर दिया हैं, ऐसी स्थिति में लुणी विधानसभा को जोधपुर शहर जिले में रखने से यह पंचायत समिति व ग्राम पंचायतें यथावत् कार्य करती रहेगी।
* राजस्थान उच्च न्यायालय के नए भवन, जोधपुर का समस्त औद्योगिक क्षेत्र जैसे बोरानाडा, कांकाणी व मंडोर सहित औद्योगिक क्षेत्र जोधपुर ग्रामीण जिले में हैं, जबकि इनके मुख्यालय जोधपुर शहर जिले में हैं, इस दृष्टि से भी लुणी विधानसभा क्षेत्र को शहर जिले के साथ रखने से यह औद्योगिक क्षेत्र यथावत् काम करता रहेगा। जोधपुर विकास प्राधिकरण की अनेक योजनाएं जैसे मंडलनाथ आवासीय योजना, अरना-झरना योजना, विवेक विहार योजना, राजस्थान आवासीय मंडल की योजनाएं जिसमें रामराज्य व कुड़ी हाऊसिंग बोर्ड विधानसभा क्षेत्र लुणी के परिक्षेत्र में आती हैं, जबकि जेडीए का मुख्यालय जोधपुर शहर जिले में आता हैं।
* जोधपुर शहर जिले की समस्त सीवरेज लाइनें, बरसाती नाले, ट्रीटमेंट प्लांटों का पानी विभिन्न सीवरेज लाइनों, बरसाती नालों इत्यादि के माध्यम से लुणी विधानसभा क्षेत्र में बहने वाली जोजरी नदी में गिरता हैं, इस तरह एक जिले की व्यवस्था का प्रभाव दूसरे जिले में पड़ रहा हैं, जबकि सामान्य व्यवहार में ऐसा संभव नहीं हैं, लिहाजा विधानसभा क्षेत्र लुणी में आने वाली जोधपुर तहसील, झंवर, कुड़ी भगतासनी एवं लुणी तहसील को जोधपुर शहर जिले के साथ रखा जाए और जोधपुर ग्रामीण जिले से विलोपित कर संशोधित अधिसूचना जारी कर इस पूरे क्षेत्र को जोधपुर शहर जिले में सम्मिलित किए जाने का आदेश पारित किया जावे।
Former #MLA Patel told #CM- #Luni_constituency should be included in #Jodhpur city #district