– कुई इंदा सरपंच पर जानलेवा हमला करने के मामले में थे वांछित, 25 हजार का इनामी था भवानीसिंह
नारद बालेसर। ग्रामीण पुलिस की स्पेशल टीम के साथ मुठभेड़ में घायल बालेसर थाने के हिस्ट्रीशीटर और उसके दो साथियों को पुलिस ने जानलेवा हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों से एक बोलेरो, पिस्टल, कारतूस व चाकू भी बरामद किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि हिस्ट्रीशीटर भवानीसिंह की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। उसके खिलाफ 7 मामले दर्ज हो रखे हैं और तीन केस में उसकी पुलिस को तलाश थी, लेकिन दो महीने पहले बालेसर के कुई इंदा सरपंच पर जानलेवा हमला करने के बाद बदमाश फरार चल रहा था।
एसपी (जोधपुर ग्रामीण) धर्मेंद्रसिंह ने बताया कि बालेसर थाने का हिस्ट्रीशीटर बेलवा राणाजी निवासी भवानीसिंह राजपूत पुत्र जसवंतसिंह जिला स्तरीय वांटेड था और उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित था। गत 4 जुलाई को भवानीसिंह और उसके साथियों ने कुई इंदा सरपंच त्रिलोकसिंह पर जानलेवा हमला किया था। बदमाशों ने सरपंच त्रिलोकसिंह पर तलवार से हमला कर फायरिंग भी की थी। इस संबंध में शेरगढ़ थाने में केस दर्ज किया गया था। जबकि, वह शेरगढ़ व बालेसर थाने में दर्ज अवैध हथियार, हत्या प्रयास व मारपीट के मामले में भी वांछित था।
लाख बचने की कोशिश, फिर भी पुलिस ने ढूंढ निकाला
एसपी यादव ने बताया कि बदमाश भवानीसिंह व अन्य की तलाश के लिए एएसपी नवाब खान के निर्देशन में बालेसर उप अधीक्षक पदमदान की मॉनिटरिंग में डीएसटी व बालेसर-शेरगढ़ थानों की टीमों को सरगर्मी से तलाश कर पकड़ने के निर्देश दिए गए। इसी बीच डीएसटी के हैड कांस्टेबल चिमनाराम को मुखबिर से बदमाशों के मोखाब, शिव, बालोतरा होने की सूचना मिल रही थी। इस पर पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट एएसआई अमानाराम की टीम ने बदमाशों के बारे में सूचनाएं संकलित की। इसमें पुष्टि होने पर डीएसटी व बालेसर थाने की संयुक्त टीम गठित की गई। यह टीम मोखाब पहुंची और बदमाश भवानीसिंह की शिव थाना हल्के में घेराबंदी करने के लिए पूरा प्लान बनाया। दिनभर टीम ने बदमाशों की निगरानी की। इसी बीच बदमाश भवानीसिंह अपने दो साथियों के साथ बोलेरो कैम्पर में शेरगढ़ की ओर रवाना हो गया।
टीम ने पीछा किया, तो ओरण में दौड़ाई गाड़ी
शिव थाना क्षेत्र से शेरगढ़ की तरफ निकले बदमाशों का पुलिस टीम ने पीछा जारी रखा, तो बदमाशों को इसकी भनक लग गई और उसने अपनी बोलेरो शेरगढ़-चाबा के बीच ओरण के कच्चे रास्तों पर भगानी शुरू कर दी। पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, तो भवानीसिंह ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने क्रॉस फायर किया, तो गोली भवानीसिंह के पैर पर लगी। बदमाशों को संभलने का मौका मिलने से पहले पुलिस टीम ने भवानी और उसके दो साथियों को पकड़ लिया। इस संबंध में उसके खिलाफ अलग से केस दर्ज किया गया है।
ये तीनों बदमाश हुए गिरफ्तार
पुलिस ने बालेसर थानांतर्गत बेलवा राणाजी निवासी भवानीसिंह पुत्र जसवंतसिंह, शेरगढ़ के धीरपुरा निवासी मूलसिंह पुत्र भंवरसिंह और चाबा निवासी जोगसिंह पुत्र उत्तम सिंह को गिरफ्तार किया है। इनसे एक रिवाल्वर, एक बोलेरो कैम्पर, धारदार चाकू, दो जिंदा कारतूस व एक खाली कारतूस भी जब्त किए गए हैं। भवानीसिंह के खिालफ 7 मामले दर्ज हो रखे हैं, तो वहीं मूलसिंह के खिलाफ चार केस दर्ज हो रखे हैं।
पुलिस की यह टीम होगी पुरस्कृत
इनामी बदमाश व उसके साथियों की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाली टीम में शामिल डीएसटी प्रभारी लाखाराम, एसआई देवाराम, एएसआई अमानाराम, हैड कांस्टेबल श्रवण कुमार, कमांडो मोहनराम, गोपालराम, बालेसर थानाधिकारी सवाईसिंह, कांस्टेबल हेमंत राजपुरोहित, अशोक, सुभाष को पुरस्कृत किया जाएगा।