नारद जोधपुर। गहलोत कैबिनेट ने प्रदेश में 19 नए जिले बनाने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी। इसके साथ ही जोधपुर जिले के भी जोधपुर शहर,जोधपुर ग्रामीण व फलोदी के रूप में तीन हिस्से हो जाएंगे। 22,850 वर्ग किलोमीटर में फैले जोधपुर जिले को गत 74 बरस से एक कलेक्टर प्रशासनिक व्यवस्था संभाल रहे थे। अब तीन कलेक्टर इसकी प्रशासनिक व्यवस्था संभालेंगे। इस अवधि में जोधपुर में 52 कलेक्टर लग चुके है। अभी राज्य सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है कि जोधपुर ग्रामीण के नाम से गठित नए जिले का प्रशासनिक मुख्यालय कहां पर होगा। इसे लेकर अभी तक संशय बना हुआ है। कई तहसील मुख्यालयों में इसे अपने यहां ले जाने की होड़ मची हुई है।
ऐसे किया जोधपुर का विभाजन
वर्तमान में जोधपुर की उत्तर से दक्षिण तक 197 किलोमीटर अधिकतम लंबाई है। जबकि पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम लंबाई 208 किलोमीटर में फैला है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इसकी कुल आबादी 36.87 लाख है।
जोधपुर शहर
नगर निगम उत्तर व दक्षिण के तहत आने वाला क्षेत्र अब जोधपुर शहर का हिस्सा होगा।
जोधपुर ग्रामीण
जोधपुर उत्तर- जोधपुर उत्तर- तहसील जोधपुर का नगर निगम के तहत आने वाले भाग को छोड़ शेष समस्त भाग।
जोधपुर दक्षिण- तहसील जोधपुर में नगर निगम के क्षेत्र को छोड़ शेष समस्त भाग के अलावा कुड़ी भगतासनी।
लूणी- लूणी व झंवर
बिलाड़ा- बिलाड़ा
भोपालगढ़- भोपालगढ़
पीपाड़सिटी- पीपाड़ सिटी
ओसियां- ओसियां व तिंवरी
बावड़ी- बावड़ी
शेरगढ़- शेरगढ़
बालेसर- बालेसर,सेखाला व चामू
इनसे मिलकर बना फलोदी
फलोदी, लोहावट, आऊ, देचू, सेतरावा, बाप,घंटियाली व बापिणी को मिलाकर फलोदी जिले का गठन किया गया है।
पहले कलेक्टर थे वहीदुल्ला खान
जोधपुर के पहले कलेक्टर थे वहीदुल्ला खान। 1949 में नियुक्त हुए थे, हालांकि कार्यकाल कम ही था। दूसरे कलेक्टर संपतमल भंडारी 6 माह रहे। दोनों के बाद सरकार ने आईएएस कैडर से कलेक्टर नियुक्त करने शुरू किए। बतौर आईएएस पहले कलेक्टर थे बीडी चौपड़ा, जो 1 साल रहे। 74 साल में जोधपुर में 52 कलेक्टर लग चुके हैं।
अब प्रदेश में पचास जिले
आज प्रदेश में 19 नए जिले के गठन पर कैबिनेट की मुहर लगने के साथ अब प्रदेश में जिलों की कुल संख्या बढ़कर 50 हो जाएगी। नवगठित जिलों में जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, फलौदी, अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना, दूदू, गंगापुर सिटी, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, केकडी, कोटपूतली, खैरथल, नीमकाथाना, सलूम्बर, सांचौर और शाहपुरा शामिल हैं।