जोधपुर। हर जिला अपने नाम के साथ वाहनों के पंजीयन के लिए आवंटित कोड से भी ज्यादा जाना जाता है। जोधपुर JODHPUR में करीब तीन दशक पहले RJ-19 की पहचान मिली थी। करीब तीन साल पहले पीपाड़ में वाहनों का पंजीयन शुरू हुआ तो जिले में एक नया कोड आया RJ-54 और अब जोधपुर को एक और पहचान मिल गई है RJ-61 के नाम से। राज्य सरकार ने यहां प्रादेशक परिवहन कार्यालय RTO-द्वितीय के नाम से पंजीयन अधिकारी को इस नए कोड से वाहनों के पंजीयन के लिए अधिकृत किया है। जोधपुर को आरजे-19 मिलने से पहले आरजेक्यू, आरएसक्यू, आरआरक्यू, आरएसएन, आरआरएन, आरएनजे व आरएनएम जैसे कोड के साथ वाहनों के नंबर आवंटित होते थे। हालांकि नए कोड के इस दौर में भी कई वाहन चालक अपने नए वाहनों पर भारी शुल्क देकर भी पुराने नंबर लगा रहे हैं।
पीपाड़ में रजिस्टर्ड हुए 14 हजार 901 वाहन
सरकार ने वर्ष 2020 में पीपाड़ को जिला परिवहन कार्यालय का दर्जा दिया था। आरजे-54 कोड से पीपाड़ में वाहनों का पंजीयन शुरू किया गया था। अब तक पीपाड़ में 14 हजार 901 वाहन पंजीकृत हो चुके है। इससे पहले यहां के वाहनों पर जोधपुर के आरजे-19 कोड अंकित होते थे। ग्रामीणों को यातायात से जुड़े कामों के लिए जोधपुर ही आना पड़ता था
जयपुर को पिछले माह मिला दूसरा कोड
जयपुर JAIPUR में बीते माह से परिवहन विभाग ने दुपहिया वाहनों के लिए RJ-14 सीरीज का नंबर बंद करने के साथ नया कोर्ड RJ-60 जारी किया गया। बाद में दूसरे वाहनों पर भी आरजे-14 कोड नहीं दिया जाएगा।

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