– सैनिकों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधकर लिया सरहद की रक्षा के साथ ही खुद की सुरक्षा का वचन
नारद तिंवरी। कस्बे के शहीदे आजम सरदार भगतसिंह विद्यालय की 101 छात्राओं ने सोमवार को 1971 के युद्ध स्मारक लोंगेवाला जाकर 16 डोगरा रेजिमेंट के लेफ्टीनेंट अजित कृष्ण सहित 100 से अधिक सैनिक भाइयों को रक्षा सूत्र बांधकर सरहद की रक्षा के साथ ही खुद की सुरक्षा का वचन लिया। बहनों की राखी से सेना के जवानों की कलाईयां भर गई। सैनिक भाइयों के माथे पर बहनों ने तिलक लगाया, आरती उतारी, मुंह मीठा कराया और फिर कलाइयों पर हस्त निर्मित रंग बिरंगी राखियां बांधी। जवानों ने भी बदले में उन्हें सुरक्षा का भरोसा देते हुए उपहार सौंपे।
इस दौरान कई सैनिकों की आंख भर आई। लेफ्टिनेंट अजीत कृष्णा ने कहा कि यहां आकर इन बहनों ने जो प्यार दुलार और सम्मान दिया। इसे हम सैनिक भाई नहीं भुला पाएंगे। शहीदेआजम विद्यालय के प्रबंधक आईदानसिंह मालूंगा ने कहा कि देश की सुरक्षा में लगे जवानों को यह आयोजन विश्वास दिलाता है कि वे अपने घरों से दूर जरूर हैं। लेकिन देश का हर व्यक्ति उनके साथ है।


गौरतलब है कि इस विद्यालय की छात्राएं इस विद्यालय में पढ़कर आर्मी, नेवी, वायुसेना व अन्य सरकारी सेवा में चयनित हुए 100 से अधिक पूर्व विद्यार्थियों को अपने हाथों से बनाई हुई राखी डाक से प्रेषित करती है। इस वर्ष भी डाक से राखियां प्रेषित करते हुए इनके मन मे विचार आया कि क्यों न हम भी बॉर्डर पर जाकर सैनिक भाइयों के राखियां बांधे। इसी विचार के साथ छात्राओं ने बॉर्डर पर रक्षा करने वाले सैनिकों को वहां जाकर राखी बांधने का सुझाव दिया। इस पर विद्यालय प्रशासन ने 27 व 28 अगस्त को “सरहद वंदन-सैनिक अभिनंदन” कार्यक्रम तय किया।