हजारों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
भोपालगढ़। नगरपालिका के भादवो की ढाणी में आयोजित शिवपुराण कथा का समापन शुक्रवार को पूर्णाहुति के साथ हुआ। शिवपुराण के कथा वाचक गोविंद गोपाल शास्त्री के सानिध्य में संपन्ना किया गया है जिसमें बड़ी संख्या में नगर की महिलाएं व पुरुष शामिल हुए।युवा संत सीताराम महाराज कुड़ी ने बताया कि भादवा की ढाणी के महंत भजनदास महाराज की पावन सानिध्य में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ । कथा वाचक गोविंद गोपाल शास्त्री ने अंतिम दिन की कथा सुनाते हुए भक्तों से कहा कि शिव के महात्मय से ओत-प्रोत यह पुराण शिव महापुराण के नाम से प्रसिद्ध है। भगवान शिव पापों का नाश करने वाले देव हैं तथा बड़े सरल स्वभाव के हैं। इनका एक नाम भोला भी है। अपने नाम के अनुसार ही बड़े भोले-भाले एवं शीघ्र ही प्रसन्न होकर भक्तों को मनवाँछित फल देने वाले हैं। कथावाचक शास्त्री ने श्रद्धालुओं से कहा कि धार्मिक आयोजनों में भावनाएं होनी जरूरी है। सगुण, साकार सूर्य, चंद्रमा, जल, पृथ्वी, वायु यह एक शिव पुराण का स्वरूप हैं। उन्होंने कहा कि अपने चारों ओर सदैव वातावरण शुद्ध रखें। शिव की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव ही मनुष्य को सांसारिक बन्धनों से मुक्त कर सकते हैं, शिव की भक्ति से सुख व समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। कहा कि इस अलौकिक शिवपुराण की कथा सुनना अर्थात पाप से विमुक्त होना है। आयोजित शिव महापुराण में कथा को सुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में भक्त पहुचे। कथा सार सुनकर श्रोता झूम उठे।