जोधपुर. प्रधानमंत्री(PM) नरेन्द्र मोदी(Narendra Modi) की आज सीकर(Sikar) में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री(CM) अशोक गहलोत(Gahlot) का भाषण हटा देने के आरोप के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। भाजपा(BJP) ने इस मामले को लेकर गहलोत की आलोचना की है। वहीं पीएमओ ने भी गहलोत के आरोप का खंडन किया है, जबकि सीकर की सभा में मोदी ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। अलबत्ता उन्होंने गहलोत की सेहत को लेकर कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन दिनों बीमार चल रहे है। उनके पांवों में तकलीफ है। वे इस कार्यक्रम में आने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश नहीं आ पाए। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
गहलोत ने लगाया था भाषण हटाने का आरोप
आज सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट में कहा था माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,आज आप राजस्थान पधार रहे हैं। आपके कार्यालय ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है, इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा। अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता। इस ट्वीट के साथ मुख्यमंत्री अपनी सात मांगों की एक सूची भी लगाई है।
पीएमओ ने दिया यह जवाब
मुख्यमंत्री के इस ट्वीट पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी एक ट्वीट कर अपनी सफाई दी। पीएमओ के एक ट्वीट में कहा गया कि प्रोटोकॉल के अनुसार, आपको आमंत्रित किया गया है। आपका भाषण भी निर्धारित किया गया है, लेकिन आपके कार्यालय ने बताया कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछली यात्राओं के दौरान भी आपको हमेशा आमंत्रित किया गया था। आपने अपनी उपस्थिति से उन कार्यक्रमों की शोभा भी बढ़ाई है। आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आपका हार्दिक स्वागत है। विकास कार्यों की पट्टिका पर भी आपका नाम है। अगर आपको हाल ही में लगी चोट के कारण कोई शारीरिक परेशानी न हो, तो आपकी उपस्थिति को बहुत महत्व रखेगी।
शेखावत ने घेरा गहलोत को
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में पहली बार हो रहा होगा कि एक मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री का ट्वीट के माध्यम से स्वागत कर रहा हो। यह देश की संवैधानिक संघीय व्यवस्था का अपमान है। केंद्र और राज्य के बीच संबंध की मर्यादा को आज आपने तोड़ दिया है। आपका रवैया दु:खद और लज्जाजनक है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आपको आमंत्रित किया, लेकिन आप कह रहे हैं कि मैं नहीं आ पाऊंगा और ट्वीट में अपना भाषण भी लगा दिया। यह बताया है कि आप जैसा अनुभवी राजनीतिज्ञ भी कुंठा में अपरिपक्व हो सकता है। शेखावत ने कहा कि आपने अतिथि के स्वागत की राजस्थान की महान संस्कृति और परंपरा की भी अवज्ञा की है। राजनीति नहीं राज्य और देश का विकास बड़ा होता है। उन्होंने कहा कि आप कांग्रेस के नहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी भाजपा के नहीं देश के प्रधानमंत्री हैं।
सीपी जोशी ने दागे सवाल
वहीं राजस्थान में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने ट्वीट में लिखा है’ मुख्यमंत्री जी आप गलत तथ्य पेश करके प्रदेश की जनता को गुमराह क्यों करना चाहते हैं,आज के कार्यक्रम में प्रोटोकॉल के अनुसार आपको विधिवत आमंत्रित किया गया है। लोकार्पण पट्टिका में आपका नाम है। मना तो आपके कार्यालय द्वारा हुआ है। कांग्रेस राज में जनता को अच्छे हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज क्यों नहीं मिले? आपने किसानों के लिए कितना कर्ज माफ किया? क्यों उनकी जमीनें आपकी सरकार नीलाम करवाना चाहती है। जबकि केंद्र सरकार अपनी योजनाओं से किसानों की आय बढ़ा रही है, उन्हें स्वावलंबी बना रही है। अग्निवीर योजना से देश का युवा सशक्त हो देश के भविष्य का निर्माण करेगा,आपको उससे क्या समस्या है। आपने युवाओं के लिए पेपर आउट के अलावा क्या किया? मैं आपसे यह प्रश्न पूछना चाहता हूं कि कितनी योजनाएं हैं जिनका शिलान्यास आपने अपने इस कार्यकाल में किया और अब लोकार्पण कर रहे हैं?
ये बोले डोटासरा
आज सीकर दौरे पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन हटाना देश के संघीय ढांचे पर प्रहार है। कार्यक्रम में 12 मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण एवं शिलान्यास होगा जिसकी लागत 3,689 करोड़ रुपए है, इस परियोजना में 2,213 करोड़ केन्द्र सरकार का और 1,476 करोड़ रुपए राज्य सरकार का अंशदान है। प्रधानमंत्री जी शायद भूल रहे हैं कि किसी भी योजना का लाभ जनता तक पहुंचाना और उसका क्रियान्वयन केंद्र और राज्य सरकार मिलकर करते हैं। हम उम्मीद है करते हैं कि प्रधानमंत्री जी राजस्थान जनता के साथ कोई भेदभाव नहीं करेंगे।

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