नारद मतोड़ा। स्थानीय विद्यालय में पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों के बैठने के लिए कक्षा-कक्ष न होने से उन्हें बड़ी परेशानी होती है। उप-तहसील मुख्यालय के ग्राम मतोड़ा का सबसे बड़ा सरकारी राउमावि के लिए भवन का टोटा होने के कारण विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक के अध्यन्नरत विधार्थीयों को खुले मे बैठकर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है। यह विद्यालय भीड़भाड़ वाले स्थान बस स्टैण्ड पर स्थित होने के कारण यहा जोधपुर से आऊ, कोलायत जाने की मुख्य सड़क होने के कारण यहा दिनभर यातायात वाहनो का शोरगुल बना रहता है। ऐसे में खुले मे पढाई करने वाले प्राइमरी के विद्यार्थियों की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में इस विद्यालय में 430 विद्यार्थियों का नामांकन है। इस स्थिति मे अध्यापको को चिंता सता रही है कि इन विद्यार्थियों को बैठाये कहा पर। वही जब बारिश शुरू होती है तो विद्यार्थियों कि छुट्टी करनी पड़ती है।
मरम्मत को तरस रहा भवन
ग्रामीणो ने बताया कि विद्यालय भवन काफी पुराना है यह भवन बच्चो के बैठने के लिए पर्याप्त नही है। भवन निर्माण के बाद इसकी एक बार भी मरम्मत नही हुई है। बारिश के दिनों में भवन की छत से पानी टपकता है। भवन में अन्दर बड़ी- बड़ी दरारें आई हुई व प्लास्टर भी टूटा पड़ा है। कई जगहों पर इस भवन की नाजुक स्थिति दिखाई दे रही है।