– बावड़ी के निकटवर्ती नांदिया कलां मे आथा का ज्वार, परिक्रमा का पहला पड़ाव 500 वर्ष पुराने वट वृक्ष पर
नारद भोपालगढ़। उपखंड क्षेत्र बावड़ी के नान्दिया कलां बैरागी संत 108 प्रेमसुखदास महाराज के सानिध्य में परिक्रमा का आयोजन किया गया ।योगी नथुनाथ ने बताया कि ग्राम नान्दिया कलां पर परमात्मा की विशेष कृपा है। गिर भाकर पर गोसाईं महाराज विराजते हैं, तो गुफा में बालाजी जिसे हम बालाजी गुफा के नाम से भी जानते हैं। पूज्य वैरागी संत प्रेमसुखदास महाराज आध्यात्मिकता के साथ-साथ सामाजिक कुरूतियां दूर करने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अधिवास के पावन अवसर पर प्रेमसुखदास महाराज के सानिध्य में देवी देवताओं की परिक्रमा का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ हनुमान गुफा से बालाजी की आराधना कर किया गया। भक्तजन राम, जय राम, जय जय राम , के साथ ही हरे कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव के कीर्तन के साथ ही भजन गाते हुए चल रहे थे। लगभाग 500 वर्ष पुराने वटवृक्ष पर पहला पड़ाव रखा गया। वहां अधिमास की महता के बारे विस्तार से जानकारी दी और कहा कि अधिमास पुण्य का महीना है। इसमे साधना के साथ-साथ प्रकृति का संरक्षण तथा जीव जंतुओं के लिए कल्याण की भावना रख कर पुण्य कर्म करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में भक्तों को आशीर्वाद दिया तथा प्रसाद वितरण किया गया। प्रसाद की व्यवस्था देवीसिह भाटी पूर्व बीइइओ की तरफ से की गई परिक्रमा में नांदिया कल्ला, हरढाणी, नांदिया खुर्द, उमादेसर लवेरा आदि गांव के भक्तों की सहभागिता रही। जिसमें देवी सिंह भाटी पूर्व बीईईओ, प्रेम राव, सोहन, जलाराम प्रजापत, महेंद्र सिंह उमादेशर, भगवान सिंह, हनुमान और गोविंदराम सहित मातृशक्ति की सहभागिता रही।